नौसेना अध्यक्ष का आस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड दौरा 2 से 6 सितम्बर तक
नईदिल्ली,31 अगस्त (आरएनएस)। नौसेना अध्यक्ष एडमिरल करमबीर सिंह 02 से 06 सितम्बर तक ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड की सरकारी यात्रा पर जाएंगे।
सहयोग के लंबे इतिहास पर बने, भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच परिपक्व रक्षा सम्बन्ध हैं जिन्हें 2006 के रक्षा सहयोग ज्ञापन और सुरक्षा सहयोग पर 2009 के संयुक्त घोषणापत्र द्वारा मजबूत आधार प्रदान किया गया है। सुरक्षा सहयोग के लिए द्विपक्षीय रूपरेखा के 2014 में हुए समझौते के बाद रणनीतिक बातचीत के लिए अनेक मंचों को शामिल करने के लिए रक्षा सम्बन्ध बढऩे के साथ-साथ वरिष्ठ अधिकारियों की यात्रा, उनके बीच बातचीत और एक दूसरे के यहां प्रशिक्षण के जरिये नौसेना के बीच नियमित बातचीत होती रही है। भारतीय नौसेना (आईएन) और रॉयल ऑस्ट्रेलियन नेवी (आरएएन) समुद्री सहयोग बढ़ाने के लिए नियमित बातचीत करती रहती है। द्विपक्षीय नौसैनिक अभ्यास ऑसइन्डैक्स का तीसरा संस्करण भारत में अप्रैल 2019 में आयोजित किया गया जिसमें दोनों देशों के नौसैनिकों ने बड़ी संख्या में भाग लिया।
भारतीय नौसेना और रॉयल ऑस्ट्रेलियन नेवी हिंद महासागर नौसेना संगोष्ठी (आईओएनएस) में साझेदार हैं, जो 2008 में भारतीय नौसेना द्वारा परिकल्पित एक समुद्री सहयोग निर्माण है। दोनों नौसेनाएँ सूचनाओं को साझा करने और पारस्परिकता पर आईओएनएस कार्य समूह के लिए सह-अध्यक्ष भी हैं जिसकी उद्घाटन बैठक की मेजबानी ऑस्ट्रेलिया ने जून 2019 में की थी।
न्यूजीलैंड की यात्रा का उद्देश्य दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग को बढ़ाना है। न्यूजीलैंड के साथ भारत के रक्षा संबंध पहले विश्व युद्ध के समय से हैं। दोनों देशों के बीच नौसैनिक सहयोग गतिविधियों में युद्धपोतों द्वारा मध्यवर्ती बंदरगाहों में ठहरना, मार्ग अभ्यास का संचालन और विभिन्न रक्षा संस्थानों में आयोजित पाठ्यक्रमों में भागीदारी शामिल है। न्यूजीलैंड भारतीय नौसेना द्वारा संचालित मिलान गतिविधियों में नियमित भागीदार भी रहा है।
इस यात्रा से मौजूदा समुद्री सहयोग पहलों को मजबूत बनाने के साथ ही ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के साथ सहयोग के नए रास्तों का पता लगाया जाएगा। यात्रा के दौरान, एडमिरल करमबीर सिंह ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में उन देशों के नौसेना अध्यक्षों के साथ-साथ अन्य वरिष्ठ रक्षा और सरकारी अधिकारियों के साथ भी बातचीत करेंगे।
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