उदंती अभ्यारण्य में वनभैसा (खुशी) ने दिया बछड़े को जन्म
गरियाबंद, 07 अगस्त (आरएनएस)। गरियाबंद जिले के उदंती अभ्यारण्य में एक मादा वनभैसा ने एक बछड़े को जन्म दिया है। इससे वन विभाग के लोगों के साथ पशु प्रेमियों में खुशी देखी जा रही है। प्रसव के बाद बछड़ा और वनभैसा दोनों ठीक है।
उदंती अभ्यारण्य में उस समय खुशी का माहौल निर्मित हो गया जब वहां एक मादा वनभैसा ने वहां एक बछड़े को जन्म दिया। दिल्ली से आये डाक्टरों की निगरानी में वनभैसा का प्रसव कराया गया। प्रसव के बाद बछड़ा व वनभैसा दोनों ठीक है। डाक्टरों की टीम उनकी देखरेख में लगी हुई है।
विदित हो कि
छत्तीसगढ़ का राजकीय पशु वनभैंसा लुप्त होने की कगार पर है। उदंती अभ्यारण्य में सिर्फ 11 वन भैसा ही बचे हैं। उनमें मादा वनभैंसा की संख्या सिर्फ 2 है। जिनका नाम आशा और दूसरी का खुशी है। इसमें आशा बुजुर्ग हो चुकी है और वह प्रजजन योग्य नहीं है। खुशी भी आशा की ही बेटी है जिसने बछड़े को जन्म दिया है। इधर वन भैसों की संख्या लगातार कम होने के कारण वन विभाग के अधिकारियों ने उम्मीद लगा रखी थी कि आशा के बाद खुशी भी बेटी को जन्म देगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ।