नक्सल गांव जगरगुंडा में खुलेगा बैंक
सुकमा, 17 मई (आरएनएस)। नक्सल प्रभावित क्षेत्र जगरगुंडा में ग्रामीणों की समस्या सुनने कलेक्टर, एसपी, जिला पंचायत सीईओ सहित पूरा प्रसाशनिक अमला पहुंचे और चौपाल लगाकर ग्रामीणों की समस्या सुनी। अधिकारियों ने ग्रामीणों से बातचीत कर शासन की विभिन्न योजनाओं का लाभ मिलने की जानकारी ग्रामीणों से ली। कलेक्टर ने ग्रामीणों से कहा कि जगरगुंडा में अब बैंक संचालित होंगे और ग्रामीणों का खाता यहीं के बैंकों में होगा तथा अब आधार कार्ड बनाने के लिए जगरगुण्डा के लोगों को कहीं दूर नहीं जाना पड़ेगा, आधार कार्ड जगरगुण्डा में ही बनाया जाएगा।
कलेक्टर ने ग्रामीणों से कहा कि जगरगुण्डा के लोगों को शासन की योजनाओं से सभी जरूरी सुविधाएं मुहैया कराई जाएगी। यहां पर खेल मैदान, तालाब, अस्पताल, पेयजल और उनके लिए सभी आवश्यक सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं। इस अवसर पर डीआईजी सीआरपीएफ संजय यादव, एसपी डीएस मरावी, जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी सुश्री ऋ चा प्रकाश चौधरी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सलभ सिन्हा सहित अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी, वन मण्डलाधिकारी केआर बढ़ई भी मौजूद थे।
सलवा जुडूम के समय बंद हुए स्कूल व आश्रम गांव में ही वापस खोले जाएंगे। कलेक्टर ने पहली से 12वीं तक स्कूल जगरगुंडा में ही संचालित करने के निर्देश शिक्षा विभाग अधिकारियों को दिए हैं। वही दोरनापाल में संचालित जगरगुंडा आश्रम व छात्रावास वापस जगरगुंडा लाने के लिए कलेक्टर ने निर्देश दिए हैं। गौरतलब है कि सलवा जुडूम के समय 2006 में जगरगुंडा को राहत शिविर बनाया गया था उसके बाद से ही जगरगुंडा टापू में तब्दील हैं। उस दौरान वहां के स्कूल-आश्रम नक्सलियों ने तोड़ दिए थे जिसके चलते आश्रम-छात्रावास दोरनापाल में संचालित हो रहे हैं।