छह दशक से बस्तर राजनीति के सर्वेसर्वा 4 आदिवासी परिवारों का हुआ राजनीतिक अंत
जगदलपुर, 27 मार्च (आरएनएस)। बस्तर के विकास को साकार करते हुये बस्तर के चार आदिवासी परिवारों का राजनीतिक अंत हो गया, जिनमें स्व. मानकूराम सोढ़ी, स्व. बलिराम कश्यप, स्व. महेन्द्र कर्मा और पूर्व कृषि मंत्री अरंिद नेताम शामिल हंै।
स्व. बलिराम कश्यप के पुत्र दिनेश कश्यप को लोकसभा टिकट नहीं दिये जाने पर पूरे जन मानस में चर्चा है कि चार परिवारों पर राजनीति संकट गहरा गया है। यह सवाल हर बस्तरवासियों के जेहन में है। आखिर 60 साल के बाद बस्तर की राजनीति में अपनी सक्रिय भूमिका निभाने वाले आदिवासी नेताओं के परिवारों का राजनीतिक अंत हो गया, यह माना जा रहा है? जिस तरह भारतीय राजनीति में बस्तर का दखल महत्वपूर्ण माना जाता था, क्या वह अब भी जीवित रहेगा? यह सबसे बड़ा सवाल है। पिछले कई दशकों से बस्तर के 4 आदिवासी परिवार राजनीति में दखल रखते थे, मगर 2019 के चुनाव में ऐसा देखने को नहीं मिल रहा।