मसाला बोर्ड द्वारा खाद्य सुरक्षा के बारे में राष्ट्रीय सम्मेलन
नईदिल्ली ,12 फरवरी (आरएनएस)। खाद्य सुरक्षा और क्षमता निर्माण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मसाला बोर्ड ने कल नई दिल्ली में खाद्य सुरक्षा के बारे में एक राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किया। इस कार्यक्रम का उद्घाटन कृषि मंत्रालय में बागवानी आयुक्त डॉ. बी.एन.एस. मूर्ति ने किया। इस अवसर पर मसाला बोर्ड के सचिव डॉ. एम.के.षणमुगा, यूएफएसडीए के भारत में प्रतिनिधि डॉ. एम.के. क्रिस्टोफर प्रिडी भी मौजूद थे।
अपने संबोधन में डॉ. षणमुगा सुन्दरम ने भावी पीढ़ी के लिए स्वस्थ और सुरक्षित भोजन की आवश्यकता पर जोर दिया और कहा कि हमें राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मानकों को पूरा करने का अपना दायित्व निभाना है। उन्होंने कहा कि सभी साझेदारों की यह जिम्मेदारी है कि खेत से मेज पर पहुंचने तक खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। डॉ. मूर्ति ने अपने उद्घाटन भाषण में खेत के स्तर पर उत्पन्न चिंताओं को दूर करने और कटाई के बाद सफाई की आवश्यकता तथा सुरक्षित भोजन के लिए गैर-इरादतन मिलावट को रोकने की आवश्यकता पर बल दिया। डॉ. क्रिस्टोफर प्रिडी ने खाद्य सुरक्षा आधुनिकीकरण कानून की समीक्षा की।
एफएसएसएआई नियमों के अंतर्गत खाद्य सुरक्षा की आवश्यकताओं के बारे में एफएसएसएआई के सलाहकार सुनील बक्शी ने विस्तार से जानकारी दी। जेआईएफएसएएन, यूएसएफडीए के डॉ. जेम्स रशिंग ने मसाला उद्योग में सुरक्षा खतरों के बारे में प्रस्तुति दी। जेआईएफएसएएन, यूएसएफडीए के डॉ. क्लेयर नारोद ने खाद्य सुरक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रमों के आकलन के प्रभावों के बारे में बताया।
कार्यक्रम के अंत में खाद्य सुरक्षा उपाय लागू करने के लिए भविष्य की योजनाओं के बारे में भी चर्चा की गई।
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