अब कॉमन सर्विस सेंटरों पर होगी ट्रेन टिकटों की बुकिंग: गोयल
नई दिल्ली,21 मई (आरएनएस)। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने बृहस्पतिवार को कहा कि देशभर के करीब 1.7 लाख ‘कॉमन सर्विस सेंटरोंÓ पर ट्रेन टिकटों की बुकिंग शुक्रवार से बहाल होगी। कॉमन सर्विस सेंटर ग्रामीण और दूरस्थ स्थानों पर सरकार की ई-सेवाओं को उपलब्ध कराने वाले केंद्र हैं। ये सेंटर उन स्थानों पर होते हैं जहां कम्प्यूटरों और इंटरनेट की उपलब्धता बहुत कम है या नहीं है। मंत्री ने यह भी कहा कि अगले दो से तीन दिनों में कुछ स्टेशनों में काउंटरों पर भी बुकिंग शुरू होगी।
गोयल ने अपनी पार्टी के सहयोगी और भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा के साथ बातचीत के दौरान कहा कि हम स्टेशनों की पहचान करने का प्रोटोकॉल बना रहे हैं। वहीं और ट्रेनों को चलाने की जल्द ही घोषणा की जाएगी। रेल मंत्री ने श्रमिक विशेष ट्रेनों को चलाने में रेलवे का सहयोग करने के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी की भी प्रशंसा की तथा सहयोग न करने के लिए पश्चिम बंगाल और झारखंड की आलोचना की। गोयल ने यह भी कहा कि एक जून से चलने वाली विशेष ट्रेनों के लिए बुकिंग खोलने के ढाई घंटे के भीतर ही चार लाख यात्रियों ने टिकटें बुक करा ली।
एक जून से चलेंगी यात्री ट्रेनें
गौरतलब है कि रेलवे ने बुधवार को उन 100 जोड़ी यात्री ट्रेन की सूची जारी की थी, जिनका परिचालन एक जून से होगा। इनमें दूरंतो, संपर्क क्रांति, जन शताब्दी और पूर्वा एक्सप्रेस जैसी लोकप्रिय ट्रेनें भी शामिल हैं। इससे पहले जारी एक बयान में रेलवे ने कहा था कि ये ट्रेनें पूरी तरह से वातानुकूलित होंगी। इन ट्रेनों में एसी और गैर एसी, दोनों तरह के कोच होंगे जो पूरी तरह से आरक्षित होंगे। रेलवे ने कहा कि सामान्य श्रेणी के यान भी पूरी तरह से बैठने के लिए आरक्षित होंगे। इन ट्रेनों में कोई भी कोच अनारक्षित नहीं होगा। इन ट्रेनों का किराया सामान्य होगा। आरक्षित सामान्य कोच के लिए दूसरी श्रेणी की बैठने वाली सीट का किराया लिया जाएगा। रेलवे ने कहा कि इन ट्रेनों में सभी यात्रियों को सीट उपलब्ध कराई जाएगी तथा इन ट्रेनों का संचालन एक जून से शुरू होगा। इनके लिए आरक्षण शुरू हो चुका है। रेलवे ने कहा कि इन ट्रेनों के लिए ई टिकट आईआरसीटीसी की वेबसाइट या मोबाइल एप से ही जारी किए जाएंगे। इनके लिए आरक्षण केंद्रों या रेलवे स्टेशनों से कोई टिकट जारी नहीं की जाएगी। उसने कहा कि अग्रिम आरक्षण अवधि अधिकतम 30 दिन रहेगी तथा वर्तमान नियमों के तहत आरएसी और प्रतीक्षा सूची बनेगी। बहरहाल, प्रतीक्षा सूची वाले टिकट धारकों को ट्रेन में चढऩे की अनुमति नहीं होगी। रेलवे ने कहा कि इन ट्रेनों के लिए कोई अनारक्षित टिकट नहीं जारी किए जाएंगे और ना ही ट्रेन पर सवार होने के बाद कोई टिकट दिया जाएगा।
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