अल्फोंस आज सिक्किम में पहले स्वदेश दर्शन परियोजना का उद्घाटन करेंगे
नईदिल्ली,29 जनवरी (आरएनएस)। स्वदेश दर्शन योजना के अंतर्गत पर्यटन मंत्रालय ने अब तक 6121.69 करोड़ रुपये की कुल लागत से 77 परियोजनाओं को मंजूरी दी है
केंद्रीय पर्यटन मंत्री के.जे. अल्फोंस 30 जनवरी को जीरो प्वाइंट, गंगटोक में पूर्वोत्तर नॉर्थ ईस्ट सर्किट की विकास परियोजना का उद्घाटन करेंगे। इस अवसर पर सिक्किम सरकार के पर्यटन और नागर विमानन मंत्री उगेन टी ग्यात्सो भी उपस्थित रहेंगे। नॉर्थ ईस्ट सर्किट विकास परियोजना को पर्यटन मंत्रालय के स्वच्छ दर्शन योजना के तहत लागू किया जाएगा। सर्किट के अंतर्गत रंगपो-रोराथांग-अरितार-फडामचेन-नाथांग-शेरथांग-तोंगमो-गंगटोक-फोडोंग-मंगन-लाचुंग-युमथांग-लाचेन-थांगु-गुरुडोंगमर-मंगन-गंगटोक-ट्युमिनलिंगी-सिंगटम का विकास कार्य शामिल हैं। पर्यटन मंत्रालय ने जून, 2015 में 98.05 करोड़ रुपये की लागत वाली इस परियोजना को मंजूरी दी थी।
दक्षिण सिक्किम के ट्युमिनलिंगी में पर्यटन संरचना का विकास
पूर्वोत्तर क्षेत्र में पर्यटन का विकास पर्यटन मंत्रालय की प्राथमिकता रही है। घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन का बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाये गये है। इस क्षेत्र में पर्यटन के विकास की प्रमुख चुनौतियां है – गुणवत्तापूर्ण ढांचागत सुविधाएं, सेवा और जागरूकता का अभाव।
पूर्वोत्तर क्षेत्र में पर्यटन के विकास के लिए पर्यटन मंत्रालय ने ‘स्वदेश दर्शनÓ और ‘प्रसादÓ जैसी योजनाओं को लागू किया है। पर्यटन ढांचागत सुविधाओं के विकास के लिए मंत्रालय ने 1349.04 करोड़ रुपये की लागत से 16 परियोजनाओं को मंजूरी दी है।
स्वदेश दर्शन योजना के तहत थीम सर्किट को बढ़ावा दिया जा रहा है। इसके लिए ढांचागत सुविधाओं के विकास पर विशेष ध्यान दिया गया है, ताकि पर्यटकों को बेहतर सुविधाएं मिले और उन्हें बेहतर अनुभव प्राप्त हो। इस योजना की शुरूआत 2014-15 में की गई थी। इसके तहत अब तक 30 राज्यों व केन्द्र शासित प्रदेशों के लिए 6121.69 करोड़ रुपये की कुल लागत से 77 परियोजनाओं को मंजूरी दी गई है। इनमें से 30 परियोजनाओं के इस वर्ष पूरे होने की संभावना है।
पर्यटन मंत्रालय के प्रयासों से पूर्वोत्तर क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय पर्यटकों की संख्या में वृद्धि हुई है। पूर्वोत्तर क्षेत्र में 2016 में 1.45 लाख अंतर्राष्ट्रीय पर्यटक आये थे। 2017 में यह संख्या बढ़कर 1.69 लाख हो गई है। 2016 की तुलना में 2017 में 16.7 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। 2016 के दौरान 77.71 घरेलू पर्यटकों ने पूर्वोत्तर क्षेत्र का भ्रमण किया था। 2017 में यह संख्या बढ़कर 95.47 लाख हो गई है। 2016 की तुलना में 2017 में 22.8 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी से क्षेत्र की स्थानीय आबादी को रोजगार के बेहतर अवसर प्राप्त हुए है।(साभार-पीआईबी)
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