गांव में नहीं प्राथमिक शाला, बढ़ रही अशिक्षित बच्चों की संख्या

कोरबा, 27 अप्रैल (आरएनएस)। पोड़ी उपरोड़ा विकासखंड के अंतिम छोर में बसे ग्राम पंचायत गिद्धमुड़ी के आश्रित ग्राम में अभी तक प्राथमिक शाला की सुविधा नहीं है। 562 की आबादी वाले गांव में छह से 14 वर्ष आयु के 49 बच्चे हैं। इनमें नौ बच्चे निकटवर्ती गांव में अपने रिश्तेदारों के घर पढ़ाई कर रहे हैं। 40 बच्चे शिक्षा से दूर हैं। स्कूल आ पढ़े बरए जिनगी ल गढ़े बर जैसे शिक्षा विभाग का नारा महज जुमला साबित हो रहा है। जिला मुख्यालय से 90 किलोमीटर दूर ग्राम खोटखोर्री में अभी तक शिक्षा की रोशनी नहीं पहुंची है। गांव में स्कूल शुरू करने की मांग लेकर पहुंचे क्षेत्र के जनपद सदस्य बजरंग पैकरा ने बताया कि गांव में स्कूल का निर्माण नहीं होने कारण अशिक्षि बच्चों की संख्या साल दर साल बढ़ती जा रही है। खोटखोर्री गांव के निवासी मिनीमाता बांगो बांध के भू.विस्थापित हैं। बांध निर्माण के दैरान पुनर्वासर नीति के तहत यहां स्कूल बनाया जाता है। अभी तक ग्रामीण सुविधा से वंचित है। जनपद सदस्य पैकरा ने बताया कि बांध निर्माण के समय यहां सिंचाई विभाग ने भवन बनाया था। जिसमें तात्कालिक समय में एक.दो साल प्राथमिक शाला लगी थी। चुनाव के समय उसी भवन को स्कूल बताकर चुनाव संपन्ना करा लिया जाता है। जंगल के बीच बसे होने के कारण बच्चे आसपास के गांवों में पढऩे नहीं जा सकते। जनपद सदस्य के साथ पहुंचे ग्रामीणों ने बताया कि पहंचमार्ग और बिजली की सुविधा नहीं होने के कारण आज भी वे पिछड़ी जिंदगी जीने पर मजबूर है। ग्रामीणों ने गांव में मूलभूत सुविधा बहाल कराने की मांग कलेक्टर से की है।

Add a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Translate »