जहां बेटियों का सम्मान, तरक्की भी उसी राज्य की: डॉ. रमन सिंह
रायपुर, 13 मई (आरएनएस)। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा कि जिस राज्य में बेटियों का सम्मान होता है, तरक्की भी सिर्फ उसी राज्य की होती है। डॉ. सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़ की धरती को हम सब महतारी कहते हैं और यहां दन्तेश्वरी माता सहित अनेक देवियों की पूजा होती है, जो समाज में बेटियों के सम्मान का प्रतीक हैं। यही कारण है कि छत्तीसगढ़ राज्य तेजी से विकास की दिशा में आगे बढ़ रहा है। अब तो राज्य के कॉलेजों में बेटों की दर्ज संख्या की तुलना में बेटियां की दर्ज संख्या अधिक हो गयी है। अब हमारे कॉलेजों में एक सौ छात्रों की तुलना में छात्राओं की संख्या 125 तक पहुंच गयी है। मुख्यमंत्री आज दोपहर प्रदेश व्यापी विकास यात्रा के दौरान राज्य के आदिवासी बहुल बस्तर (जगदलपुर) जिले के विकासखण्ड मुख्यालय बस्तर में आयोजित स्वागत सभा को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जनता के आशीर्वाद, सहयोग और समर्थन से ही हमें प्रदेश के विकास के लिए काम करने की ताकत मिली है। इसलिए इस विकास यात्रा को मैं धन्यवाद यात्रा और तीर्थ यात्रा कहूंगा। सबके सहयोग से छत्तीसगढ़ को देश का सबसे विकसित राज्य बनाएंगे। उन्होंने कहा- छत्तीसगढ़ में बेटियों की शिक्षा के लिए राज्य सरकार ने कई सार्थक कदम उठाए हैं। सरस्वती सायकिल योजना में हाई स्कूल स्तर पर अनुसूचित जाति, जनजाति, गरीब और पिछड़े वर्ग की बालिकाओं को नि:शुल्क सायकिल दी जा रही है। इसके फलस्वरूप राज्य में अब 97 प्रतिशत बालिकाएं हाई स्कूल जा रही हैं। नोनी सुरक्षा योजना का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री कहा कि राज्य सरकार ने गरीब परिवारों में बेटी के जन्म पर उसके नाम से बैंक में खाता खुलवाकर 05 साल तक पांच-पांच हजार रूपए जमा करती है। बेटी जब 18 साल की हो जाएगी तब उसे एक लाख रूपए मिलेंगे।