अपनी अपनी सीमाएं सील करें राज्य सरकार
नई दिल्ली,29 मार्च (आरएनएस)। कोरोना पर लगाम के लिए लगाए गए देशव्यापी लॉकडाउन के बीच प्रवासी मजदूरों के पलायन से केंद्र सरकार चिंतित है। केंद्र सरकार ने राज्यों को पलायन रोकने के लिए अपनी अपनी सीमाएं सील करने और महानगरों से पलायन कर दूसरी जगह पहुंचे लोगों को हर हाल में 14 दिनों केलिए आइसोलेट करने के लिए कहा है। इसके अलावा केंद्र सरकार ने लॉकडाउन का सख्ती से का पालन कराने का भी निर्देश दिया है।
गौरतलब है कि लॉकडाउन के कारण महानगरों में मजदूरों के बीच अफरातफरी मच गई है। दिल्ली, मुंबई सहित कई शहरों से बड़ी संख्या में मजदूर पैदल ही अपने अपने गणतव्यों के बीच सड़क मार्ग से रवाना हो गए हैं। इससे कोरोना वायरस का खतरा और बढ़ गया है।
रविवार को राज्यों को जारी निर्देश में कहा गया है कि सभी राज्य अपने अपने राजमार्गों पर लोगों का आवगमन रोकें। अफरातरफी के बीच जितने भी लोग अलग-अलग जगहों पर गए हैं, उन्हें हर हाल में आइसोलेट करें। सभी राज्यों को जारी निर्देश में कहा गया है कि देश में जरूरी वस्तुओं की कोई कमी नहीं है। जरूरी वस्तुओं की आपूर्ति निर्बाध रूप से जारी रहेगी। हालांकि इससे पहले पलायन रोकने के लिए सभी राज्य अपनी अपनी सीमाओं को पूरी तरह से सील कर दें।
जारी निर्देश मेंं केंद्र सरकार ने मजदूरों-कर्मचारियों के वेतन में कटौती नहीं होने देने, इनके बकाए केभुगतान की व्यवस्था करने के लिए भी कहा है। यह भी तय करने के लिए कहा गया है कि मकान मालिक फिलहाल इन पर किराया देने का दबाव न बनाए। ऐसे करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई सुनिश्चित हो।
राजनाथ के निवास मंत्रियों की उच्च स्तरीय बैठक
इस बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के निवास पर कई मंत्रियों की उच्च स्तरीय बैठक हुई। इस बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, प्रकाश जावड़ेकर, धमेंद्र प्रधान, स्मृति ईरानी, सदानंद गौड़ा, हरदीप पुरी सहित दो दर्जन मंत्रियों ने हिस्सा लिया। रक्षा मंत्री की अध्यक्षता मेंं हुई इस बैठक में कोरोना से निपटने की मंत्रालयवार तैयारियों की विस्तृत समीक्षा हुई।
पीएम ले रहे हैं फीडबैक
लॉकडाउन के बीच पीएम टेलीफोन, वीडियो कांफ्रेंसिंग सहित अन्य माध्यमों से प्रतिदिन 200 लोगों से फीडबैक ले रहे हैं। पीएम इस दौरान कोरोना के खिलाफ जंग से सीधे तौर पर जुड़ी शख्सियतों से खुद बात कर स्थिति की समीक्षा कर रहे हैं। इस क्रम में पीएम डाक्टरों, नर्सों, मीडिया हस्तियों के लगातार संपर्क में हैं। पीएमओ सूत्रों का कहना है कि पीएम इसके जरिए जमीनी हकीकत से सीधे रूबरू हो रहे हैं।
००