लॉकडाउन के बाद ट्रेन में सफर करना नहीं होगा आसान
0-रेलवे ने किए 15 अहम बदलाव
नई दिल्ली, 10 अप्रैल (आरएनएस): कोरोना वायरस को लेकर पूरे देश में लॉक डाउन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा लगाए जाने के बाद देश के अलग-अलग राज्यों के लोग अलग-अलग राज्यों में शहरों में फंसे हुए हैं। विपक्षी नेताओं के साथ बैठक करने के बाद केंद्र सरकार ने ऐसा संकेत दिया है कि लॉक डाउन की अवधि बढ़ाई जाएगी। 21 दिनों की लॉक डाउन की अवधि खत्म होने के बाद लोग अपने-अपने घर जाने के लिए परेशान हैं इसलिए 15 अप्रैल से लोगों ने अपने-अपने स्थानीय जगह जाने के लिए रेलवे में अपनी रिजर्वेशन करवा कर रखी है । लेकिन आसान नहीं होगा रेलवे के लिए भी तुरंत लोगों की आने जाने की व्यवस्था को सही ढंग से लागू करने इसलिए रेलवे ने बहुत सारी ऐसी व्यवस्थाएं में बदलाव किए हैं। इसी को देखते हुए भारतीय रेलवे ने 15 ऐसे नए बदलाव किए हैं।
1.स्लीपर श्रेणी की ही ट्रेनें चलेंगी. यानि की ट्रेन में एसी कोच नहीं होंगे.
2. यात्रा से 12 घंटे पहले यात्री को अपनी हेल्थ की जानकारी रेलवे को देना अनिवार्य होगा.
3. यदि कोरोना से रिलेटेड कोई भी लक्षण यात्री में दिखा तो बीच सफर में ट्रेन से जबरिया उतार दिया जाएगा.
4. यात्री को 100 फीसदी रिफंड वापस दिया जाएगा.
5. रेलवे वरिष्ठ नागरिकों सफर नहीं करने का सुझाव भी देगी.
6. विशेष टनल से होकर ही ट्रेन तक जा सकेंगे.
7. सोशल डिस्टेंसिंग पालन करना अनिवार्य होगा.
8. खांसी, जुकाम, बुखार जैसे लक्षण पर टीटीई व अन्य रनिंग स्टाफ यात्री को बीच रास्ते में ट्रेन रुकवा कर नीचे उतार देंगे.
9. ट्रेन के सभी दरवाजे बंद रहेंगे, जिससे गैर जरुरी व्यक्ति का प्रवेश नहीं होगा.
10. ट्रेन नॉन स्टाप चलेगी. जरुरत के मुताबिक एक या दो स्टेशनों पर रोका जा सकता है.
11. सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर कोच की साइड बर्थ खाली रहेगी.
12. ट्रेन खुलने के चार घंटे पहले स्टेशन पहुंचना होगा.
13. छह बर्थ मिलाकर सिर्फ दो यात्री सफर करेंगे.
14.वेटिंग टिकट वाले नहीं चढ़ पाएंगे
15. स्टेशन पर प्रवेश के दौरान रेल यात्रियों को मास्क व दस्ताने दिया जाएगा. कोच के भीतर बाहरी वेंडर का प्रवेश पूरी तरह से वर्जित होगा.
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