सीएए से पहले सरकार ने भरोसे में नहीं लिया: मायावती

नई दिल्ली,15 जनवरी (आरएनएस)। बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने केंद्र पर संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) पर किसी को भी भरोसे में नहीं लेने का आरोप लगाते हुए कहा कि देश की स्थिति पहले से भी ज्यादा खराब हो गई है और कांग्रेस तथा भाजपा दोनों श्एक ही थाली के चट्टे-बट्टे हैं। भाजपा ने उनके इस आरोप को खारिज कर दिया।
मायावती ने अपने जन्मदिन के मौके पर यहां संवाददाताओं से कहा कि केंद्र ने किसी को भी विश्वास में नहीं लिया। यह अत्यंत दुखद है। इसीलिए देश में हाहाकार मचा है। उन्होंने कहा श्श्पाकिस्तान सहित पड़ोसी देशों में केवल मुस्लिम ही सरकार के दमन के शिकार नहीं हैं। अपराध और ज्यादतियां तो किसी के भी साथ हो सकती हैं। इसलिए केंद्र को सीएए पर पुनर्विचार करना चाहिए, इसे वापस लेना चाहिए और आम सहमति से एक नया कानून लाना चाहिए। सीएए, राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) और राष्ट्रीय जनसंख्या पंजी (एनपीआर) के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में मायावती ने कहा उनकी पार्टी ने बार-बार अनुरोध किया लेकिन केंद्र ने न तो सर्वदलीय बैठक बुलाई और न ही उसने यह विधेयक स्थायी समिति के पास भेजा। मायावती ने कहा कि केंद्र सरकार के अडिय़ल रवैये के कारण सीएए पहली ही नजर में विभाजनकारी और असंवैधानिक लगता है। उन्होंने कहा कि सरकार और भाजपा के तमाम प्रयासों के बावजूद, लोगों में कई तरह के भ्रम बरकरार हैं और देश भर में इस कानून का अप्रत्याशित विरोध हो रहा है। उन्होंने उप्र में पुलिस कमिश्नर प्रणाली शुरू किए जाने का स्वागत तो किया, लेकिन यह भी कहा कि सिर्फ नीतियां बनाने से कुछ नहीं होगा। उन्होंने कहा कि जब तक कानून-व्यवस्था को लेकर सख्ती नहीं होगी, तब ऐसी ही हालत रहेगी। बसपा अध्यक्ष ने भाजपा नीत केंद्र सरकार और विपक्षी कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि श्देश की स्थिति कांग्रेस काल से भी ज्यादा खराब हो गई है। भाजपा सरकार कांग्रेस की सरकारों की राह पर है बल्कि उससे भी दो कदम आगे है। देश की अर्थव्यवस्था खराब हो गई है, तनाव और भय का माहौल है। मायावती ने कहा कि यही एक मुख्य कारण है कि बसपा अब तक केन्द्र की किसी भी पार्टी की सरकार में, उनके बार-बार आग्रह करने के बावजूद भी शामिल नहीं हुई है।
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