आपदा कार्रवाई में सुधार लाने एसपीआरएम वैन ला रही रेलवे

नईदिल्ली,02 जनवरी (आरएनएस)। भारतीय रेलवे धीरे-धीरे दुर्घटना के दौरान कार्रवाई में सुधार लाने के लिए लोकोमोटिव चालित दुर्घटना राहत चिकित्सा वैन (एआरएमवी) को धीरे-धीरे हटाकर उनकी जगह स्व-चालित दुर्घटना राहत चिकित्सा वैन (एसपीआरएमवी) ला रही है। 160 किमी प्रति घंटे की उच्च गति स्वचालित दुर्घटना राहत ट्रेनों (एचएस-एसपीएआरटी) की विशिष्टता को अंतिम रूप दे दिया गया है और अब मौजूदा 110 किलोमीटर प्रति घंटे गति वाली एसपीएआरटी के साथ इन्हें खरीदने की योजना है। इसके अलावा, मौजूदा बहाली क्षमता में सुधार लाने के लिए, 175 टन वाली क्रेनों की खरीदारी की जा रही है, जो भारतीय रेलवे के पास उपलब्ध मौजूदा 140 टन वाली क्रेनों का उन्नयन है। आपदा के दौरान कार्रवाई में ते लाने के लिए दुर्घटना के बाद मूल्यवान एक घंटे के समय की अवधारणा को मान्यता दी गई है।
भारतीय रेलवे के पास दुर्घटनाओं के प्रबंधन के लिए अपने संसाधनों वाली संगठित राहत प्रणाली है। इसमें 6000 से अधिक प्रशिक्षित ब्रेकडाउन स्टाफ है और 176 एआरटी, 86 मेडिकल वैन (एआरएमवी) उपलब्ध हैं जो यात्री डिब्बों का उपयोग करके बनाई गई हैं। सभी दुर्घटना राहत गाडिय़ों और दुर्घटना राहत चिकित्सा वैन के पूर्व निर्धारित बीट, निरीक्षण कार्यक्रम और कार्रवाई समय है। इसके अलावा विभिन्न क्षमताओं वाली 90 ब्रेक डाउन क्रेन उपलब्ध हैं।
दुर्घटना राहत गाडिय़ों और दुर्घटना राहत चिकित्सा उपकरणों के सभी उपकरणों को उच्च स्तरीय समिति की सिफारिशों के आधार पर मानकीकृत किया गया है।
भारतीय रेलवे, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के साथ समय-समय पर मॉक ड्रिल करती है ताकि आपदा के दौरान प्रशिक्षण और तैयारी सुनिश्चित की जा सके।
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