80 सीटों पर लड़ेंगे चुनाव, चौकाएंगे:आजाद

लखनऊ ,13 जनवारी (आरएनएस)। उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी (एसपी) और बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) के गठबंधन में जगह न मिल पाने के बाद बौखलाई कांग्रेस ने रविवार को अपने दम पर लोकसभा में चुनाव लडऩे का ऐलान कर दिया है। कांग्रेस ने कहा कि वह सभी 80 सीटों पर उम्मीदवार उतारेगी और चुनाव में आश्चर्यजनक प्रदर्शन करेगी। इस बीच, ऐसी भी खबरें हैं कि कांग्रेस राज्य के पूर्व सीएम अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल यादव के संपर्क में है। हालांकि कहा जा रहा है कि यहां भी सीटों को लेकर पेच फंसा है। बता दें कि शनिवार को एसपी और बीएसपी ने मिलकर राज्य में 38-38 लोकसभा सीटों पर चुनाव लडऩे की घोषणा कर दी है। इस गठबंधन में कांग्रेस को कोई जगह नहीं दी गई है हालांकि अमेठी और रायबरेली सीट पर गठबंधन कांग्रेस के खिलाफ कोई उम्मीदवार नहीं उतारेगी।
कांग्रेस पार्टी के महासचिव और यूपी प्रभारी गुलाम नबी आजाद ने यहां एक पार्टी की आधिकारिक प्रेस कॉन्फ्रेंस में लोकसभा चुनाव का बिगुल फूंकते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी उत्तर प्रदेश में सभी 80 सीटों पर पूरी ताकत के साथ लोकसभा का चुनाव लड़ेगी। आजाद ने यह भी कहा है कि देश में होने वाले चुनाव में मुख्य मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के बीच होना है, जिसके लिए पार्टी ने अपनी तैयारियां करनी शुरू कर दी है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में राज्य कांग्रेस चीफ राज बब्बर भी मौजूद थे।
इससे पहले माना जा रहा था कि कांग्रेस यूपी में एसपी-बीएसपी के साथ होने वाले गठबंधन में हिस्सेदार बन सकती है। ऐसा कहा जा रहा था कि कांग्रेस पार्टी को महागठबंधन में हिस्सेदारी दी जा सकती है, लेकिन शनिवार को एसपी-बीएसपी द्वारा गठबंधन का ऐलान किए जाने के बाद इन संभावनाओं पर विराम लग गया। अब कांग्रेस ने राज्य में अकेले चुनाव लडऩे की घोषणा भी कर दी है।
बीजेपी को हराने के लिए आने वाले सहयोगियों का स्वागत
मीडिया से बात करते हुए आजाद ने कहा, हम तो गठबंधन चाहते थे, लेकिन उन्होंने हमारे साथ आना उचित नहीं समझा। हम सभी सीटों पर अकेले लडऩे के लिए तैयार हैं। हमारी तैयारी पूरी है और जो भी दल बीजेपी को हराने के लिए हमारे साथ आना चाहते हैं, उनका स्वागत है। उन्होंने कहा कि 2009 लोकसभा चुनाव की तुलना में कांग्रेस को दोगुनी सीटें मिलेंगी। बता दें कि 2009 के लोकसभा चुनाव में राज्य में कांग्रेस को 21 सीटें मिली थीं।
एसपी और बीएसपी 38-38 सीटों पर उतारेंगे प्रत्याशी
बता दें कि शनिवार को महागठबंधन का ऐलान करते हुए अखिलेश यादव और मायावती ने यूपी की 38-38 सीटों पर चुनाव लडऩे का ऐलान किया था। इसके अलावा रायबरेली और अमेठी की सीट पर महागठबंधन की ओर से कोई उम्मीदवार ना उतारने की बात कही गई थी। रायबरेली की सीट से वर्तमान में कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और अमेठी से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी सांसद हैं। वहीं महागठबंधन के नेताओं ने 2 सीटों को अन्य दलों के लिए छोड़ रखा था।
महागठबंधन में शामिल हो सकती है आरएलडी
महागठबंधन के ऐलान के बाद कांग्रेस के राष्ट्रीय लोकदल के साथ समझौता करने की बात भी कही जा रही थी, लेकिन लोकदल नेताओं ने कहा था कि वह महागठबंधन में शामिल होना चाहते हैं जिसके लिए बातचीत जारी है। आरएलडी नेताओं ने यह विश्वास भी जताया था कि गठबंधन के नेता बातचीत के बाद उनकी पार्टी को वाजिब हक देने के लिए राजी भी होंगे। गौरतलब है कि 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान यूपी की 80 लोकसभा सीटों में से 73 सीटों पर एनडीए गठबंधन को जीत मिली थी। वहीं समाजवादी पार्टी को इन चुनावों में 5 और कांग्रेस को दो सीटों पर जीत हासिल हुई थी। बाद में उपचुनाव के दौरान बीजेपी को कैराना, गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा सीट पर विपक्ष के हाथों हार का सामना करना पड़ा था।
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