आज 5वां राष्ट्रीय हथकरघा दिवस मनाया जाएगा
नईदिल्ली,06 अगस्त (आरएनएस)। पांचवां राष्ट्रीय हथकरघा दिवस बुधवार को देश भर में मनाया जाएगा। केन्द्रीय वस्त्र और महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति जुबिन इरानी इस अवसर पर नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगी।
इस अवसर पर पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान, पशुपालन, डेयरी एवं मत्स्य तथा सूक्ष्म लघु एवं मझोले उद्यम राज्यमंत्री प्रताप चंद्र सारंगी भी मौजूद रहेंगे।
मुख्य आयोजन ओडि़शा के भुवनेश्वर में होगा। हथकरघे की समृद्ध परंपरा के कारण भुवनेश्वर को मुख्य आयोजन स्थल के रूप में चुना गया है। भारत के बुनकरों की 50 प्रतिशत से ज्यादा आबादी पूर्वी और पूर्वोत्तर क्षेत्रों में बसती है और इनमें से अधिकांश महिलाएं हैं। भुवनेश्वर में राष्ट्रीय हथकरघा दिवस मनाने का उद्देश्य महिलाओं और बालिकाओं को सशक्त बनाना है।
राष्ट्रीय हथकरघा दिवस देश के हथकरघा बुनकरों का सम्मान करने और भारत के हथकरघा उद्योग पर रौशनी डालने के लिए हर साल 7 अगस्त को मनाया जाता है। राष्ट्रीय हथकरघा दिवस देश के सामाजिक आर्थिक विकास में हथकरघे के योगदान और बुनकरों की आमदनी में वृद्धि करने पर ध्यान केन्द्रित करने का प्रयास करता है।
देश के सामाजिक-आर्थिक विकास में हथकरघा उद्योग के महत्व के बारे में जागरुकता फैलाने के उद्देश्य से केन्द्र सरकार ने जुलाई, 2015 में 7 अगस्त को राष्ट्रीय हथकरघा दिवस घोषित किया था। 7 अगस्त को राष्ट्रीय हथकरघा दिवस के रूप में इसलिये चुना गया, क्योंकि ब्रिटिश सरकार द्वारा किए जा रहे बंगाल के विभाजन का विरोध करने के लिए 1905 में इसी दिन कलकत्ता टाऊन हॉल में स्वदेशी आंदोलन आरंभ किया गया था। इस आंदोलन का उद्देश्य घरेलू उत्पादों और उत्पादन प्रक्रियाओं में नई जान डालना था।
प्रथम राष्ट्रीय हथकरघा दिवस का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 7 अगस्त को चेन्नई में मद्रास विश्वविद्यालय की शताब्दी के अवसर पर किया था।
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