रावघाट रेलवे लाईन से संबद्ध भूमि मामले में ढाई सौ करोड़ का घोटाला, मामला दर्ज
जगदलपुर, 05 अगस्त (आरएनएस)। रावघाट रेलवे लाइन और प्रस्तावित स्टेशन के मुआवजे में हुए घोटाले के मामले में सोमवार को संभाग मुख्यालय जगदलपुर के कोतवाली थाने में एफ आई आर दर्ज कर ली गई है। एफआईआर में इरकॉन कंपनी, मुआवजा घोटाला में शामिल अधिकारियों और भू स्वामियों के नाम शामिल हैं। बस्तर रेंज पुलिस महानिरीक्षक विवेकानंद सिन्हा ने जानकारी देते बताया की शासन की तरफ यह एफ आई आर दर्ज करवाई गई है. एफ आईआर में तत्कालीन अपर कलेक्टर हीरालाल नायक, तत्कालीन अनुविभागीय सियाराम कुर्रे,आरआई रहे अर्जुन श्रीवास्तव,पटवारी धर्मनारायण और इरकॉन कंपनी के सुरेश बी मातली, मूर्ति भू स्वामी बली नागवंशी,और नीलिमा टी व्ही रवि अन्य के खिलाफ धारा 109,120 बी, 420, 470.768, 471, 406, 407, 408 और 409 के तहत एफआईआर दर्ज किया गया है.बता दें कि रेल मार्ग के भूमि घोटाले को लेकर लंबे वक्त से सवाल उठते रहे थे. लगभग 250 करोड़ का यह घोटाला अधिकारियों और भू-स्वामियों ने मिलकर किया था।
इस महाघोटाले में गिने-चुने भू स्वामियों की ही जमीनें ली गई.जबकि प्रस्तावित रेलवे स्टेशन के पास ही कई एकड़ सरकारी भूमि है। जिसे छोड़ कर डायवर्टेड भूमि को परियोजना में शामिल किया गया और इससे एक बड़ा घोटाला सामने आया। कई उपयोगी जमीनों को परियोजना के लिए नहीं ली गई लिहाजा मिलीभगत कर महंगी जमीनों को क्रय किया गया। साथ ही निगम क्षेत्र बताकर 4 गुना कीमतों में जमीन को अधिकृत किया गया था। इस घोटाले में कई विभागीय अधिकारियों का भी हाथ होना सामने आया है। इसके अलावा बिना पहुंच वाले भू स्वामियों के जमीनों को सस्ते दरों में ले लिया गया। प्रस्तावित रेल लाइन और हाल्टिंग स्टेशन के आसपास शहर के बड़े-बड़े नेताओं और व्यापारियों की जमीन है जिसे परियोजना में शामिल कर इस महाघोटाले को अंजाम दिया गया।