यह विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भारत की तेज प्रगति का जीवंत प्रमाण है :नायडू
नईदिल्ली,22 जुलाई (आरएनएस)। उपराष्ट्रपति एम. वैंकेया नायडू ने चन्द्रयान-2 के सफल लॉन्च के लिये भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) और अंतरिक्ष विभाग के वैज्ञानिकों और कर्मियों को बधाई दी।
उन्होंने इस बात की बहुत सराहना की कि चन्द्रयान-2 और प्रक्षेपण वाहन पूरी तरह भारत में ही निर्मित है। उन्होंने कहा, यह निश्चित रूप से विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भारत की प्रगति का सुनहरा अध्याय और मील का पत्थर है।
उन्होंने कहा कि उन्हें विश्वास है कि चन्द्रमा की उस सतह पर उतर कर चन्द्रयान-2 परियोजना सफलतापूर्वक पूरी हो जाएगी, जहां अब तक कोई भी मानव निर्मित वस्तु नहीं पहुंच सकी है।
नायडू ने कहा, यह पहल बाहरी अंतरिक्ष की खोज में भारत के योगदान के मद्देनजर एक बड़ी छलांग है तथा भारत उन तीन देशों में शामिल हो गया है, जिन्होंने इसी तरह के चुनौतिपूर्ण अभियानों का आयोजन किया है। यह निश्चित रूप से पिछले तीन वर्षों के दौरान विज्ञान और प्रौद्योगिकी में देश की तेज प्रगति का जीवंत प्रमाण है। नायडू ने ट्वीटर और फेसबुक पर भी भारतीय अंतरिक्ष वैज्ञानिकों की उपलब्धि का स्वागत किया।
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