पुलिस ने विराट को अपहरणकर्ताओं के चंगूल से सकुशल छुड़ाया

बिलासपुर, 26 अपै्रल (आरएनएस)। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले के करला इलाके से एक बच्चे का फिल्मी स्टाईल में अपहरण होने की घटना होने के बाद हरकत में आई पुलिस ने अपहरणकर्ताओं के चंगूल से बच्चे को सुरक्षित छुड़ाकर उसके परिजनों के सुपुर्द कर दिया है। बच्चे के घर लौटते ही उसके परिवार में खुशियां भी लौट आई। परिवार में खुशियां लौटाने के पीछे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की भी अहम भूमिका रही है। क्योंकि इस घटना के बाद मुख्यमंत्री न केवल पुलिस प्रशासन के उच्च अधिकारियों को बच्चे को सकुशल ढूंढकर उसे घर लौटाने के लिए कहा था बल्कि प्रदेश में हो रही अपराधिक घटनाओं को रोकने के लिए भी सख्त निर्देश दिए है।
बिलासपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक प्रदीप गुप्ता ने आज मंथन सभा कक्ष में प्रेसवार्ता में इस मामले का खुलासा करते हुए बताया कि 20 अप्रैल को अपहरणकर्ताओं ने वेगनआर कार से विराट को उसके घर के पास खेलते समय अपहरण कर ले गये थे। अपहरण की वारदात को 4 युवकों ने अंजाम दिया था और घटना के दूसरे दिन अपहरणकर्ताओ का विराट के परिवार को फोन आया था जिसमें 6 करोड़ रूपये की फिरौती मांगी गई। इस कॉल को पुलिस ने ट्रेस किया तो पता चला कि सिम किसी गुपचुप बेचने वाले के नाम पर था,जहां से सिम लिया गया था। उस दुकान में कैमरा नहीं था। इसके बाद 23 अप्रैल को दोबारा आरोपियों का कॉल आया। पुलिस जांच में मोबाइल का लोकेशन गौरव पथ के इर्द गिर्द घूमता दिखाई दिया। इस बीच पुलिस को अनिल सिंह बेमेतरा निवासी के बारे जानकारी मिली जो बिलासपुर में ठेकेदारी करता है। जांच में पुलिस को आरोपी कई ऐसी बातें करता था, जो सराफ परिवार से जुड़ी हो। इधर पुलिस ने आरोपी से मिले लिंक के आधार पर बिहार निवासी राजकिशोर सिंह जो बिलासपुर में स्थित पन्ना नगर में रहता है, उसके घर को घेराबंदी की जहां खिड़की से देखने पर विराट और आरोपी दिखे जिसे पुलिस ने तत्काल बरामद किया। इस दौरान आरोपियो ने भागने की कोशिश भी की। पुलिस ने बताया कि मामले में राजकिशोर सिंह, सतीश शर्मा, विशाल कुमार और अनिल सिंह इन चारों ने अपहरण का प्लान बनाया था राजकिशोर सिंह और अनिल सिंह ने योजना बनाई और उनमें दोनों साथियो को साथ लिया। मामले का सरगना राजकिशोर सिंह अभी अभी फरार है, वहीं उसके अन्य सभी साथी पकड़े गए हैं।

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