राष्ट्रीय उद्योग-व्यापार मेला बन गया है बिलासपुर की पहचान – डॉ रमन सिंह
बिलासपुर, 13 जनवरी (आरएनएस)। मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने आज यहां व्यापार विहार स्थित त्रिवेणी परिसर में राष्ट्रीय उद्योग-व्यापार मेला का विधिवत उद्घाटन किया। इस अवसर पर डॉ सिंह ने कहा कि व्यापार मेला का स्वरूप राष्ट्रीय स्तर का है। राष्ट्रीय उद्योग-व्यापार मेला बिलासपुर की पहचान बन चुका है। पिछले 18 साल में मैंने इस मेले के स्वरूप को बदलते देखा है। 10-20 स्टॉल से शुरू होकर आज व्यापार मेला 5 सौ स्टॉल तक पहुंच गया है। इस मेले में करोड़ों की खरीदारी होती है और कईयों को रोजगार भी मिलता है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2018 उद्योग जगत के लिये बेहतर साबित होने वाला है। छत्तीसगढ़ में पिछले 18 साल में उद्योग के क्षेत्र में काफी विकास हुआ है। डॉ सिंह ने कहा कि 18 वर्ष की उम्र में जैस व्यक्ति भरपूर ऊर्जावान रहता है वैसे ही छत्तीसगढ़ राज्य भी पूरे उत्साह के साथ विकास की ऊंची छलांग लगाने को तैयार है। उन्होंने कहा कि जीडीपी में सड़कों को विशेष योगदान होता है। छत्तीसगढ़ में सड़कों का जाल बिछाया जा रहा है। बस्तर से लेकर सरगुजा तक अच्छी सड़कों का निर्माण किया जा रहा है। अच्छी सड़के अर्थव्यवस्था को गतिशीलता प्रदान करती हैं। डॉ सिंह ने कहा कि सड़कों के साथ संचार और तकनीक के क्षेत्र में भी छत्तीसगढ़ तेजी से आगे बढ़ रहा है। 16 सौ करोड़ की लागत से 35 हजार किलोमीटर लाईन बिछाई जा रही है जिसके माध्यम से 10 हजार पंचायतों को जोड़कर सीधे वीडियो कॉंन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बात की जा सकेगी। भारतनेट योजना के अन्तर्गत 1 हजार 8 सौ करोड़ की लागत से टॉवर और लाईन बिछाने का काम चल रहा है। 16 सौ करोड़ की लागत से स्कॉय योजना के माध्यम से 50 लाख लोगों को स्मार्ट फोन देने जा रहे हैं। डॉ सिंह ने कहा कि 14 साल पहले छत्तीसगढ़ में सड़क, इंटरनेट और फोन की कनेक्टिविटी नहीं थी लेकिन आज जिला मुख्यालय तक सड़कें और संचार के सभी माध्यम उपलब्ध हैं। छत्तीसगढ़ अब स्वावलंबी बन चुका है। यहां के वित्तीय प्रबंधन के बेहतर माध्यम होने से व्यापार में बढ़ोतरी हो रही है। क्रिसिल की रिपोर्ट के अनुसार वित्तीय प्रबंधन के मामले में छत्तीसगढ़ प्रथम स्थान पर है।