जिले में हो कृषि एवं खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों की स्थापना – कलेक्टर
बेमेतरा, 12 जनवरी (आरएनएस)। कलेक्टर कार्तिकेया गोयल ने कहा कि बेमेतरा जिले की पहचान एक कृषि प्रधान जिले के रूप में है। ऐसे में यहां पर कृषि एवं खाद्य प्रसंस्करण पर आधारित उद्योग स्थापना की महती आवश्यकता है। यहां के उन्नतशील कृषक जिले की आवश्यकताओं को भली-भांति समझे इस हेतु वाणिज्य एवं उद्योग विभाग व कृषि एवं जैव प्रौद्योगिकी विभाग के संयुक्त तत्वाधान में किसानों की आय दुगुनी करने की दिशा में कृषि एवं खाद्य प्रसंस्करण पर आधारित उद्योग की स्थापना तथा विकास पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया है। कलेक्टर गोयल ने जिला पंचायत के सभागार में आयोजित इस एकदिवसीय कार्यशाला का आयोजन दीप प्रज्जवलित कर किया। उन्होंने अपने उद्बोधन में कार्यशाला में मौजूद कृषक और लघु उद्यमियों को उद्योग विभाग के द्वारा औद्योगिक नीति पॉवर पाईन्ट प्रजेन्टेशन द्वारा प्रस्तुत विशेषकर अनुदार छूट एवं रियायतें को बारीकियों से समझने और अमल में लाने की अपील की। उन्होंने कहा कि जिले के समीपवर्ती जिले में स्थापित उद्योग व लघु उद्यमियों से समन्वय बनाकर जिले में उद्योग स्थापित करने पूंजी निवेश का लाभ लिया जा सकता है। कलेक्टर ने कहा कि किसी भी प्रोजेक्ट के लिए बैंक से राशि लें तभी अनुदान मिलेगा। उन्होंने बड़े उद्योग स्थापित करने के लिए अच्छी प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनाने की भी समझाईश दी। कलेक्टर ने कहा कि लद्यु उद्यमी और उन्नत कृषक जिले में कृषि एवं खाद प्रसंस्करण आधारित उद्योग स्थापित कर जिले का नाम औद्योगिक क्षेत्र में आगे लाएं। उन्होंने आशा व्यक्त किया कि आज के इस कार्यशाला का सुखद परिणाम सामने आयेगा। कलेक्टर ने कार्यशाला के संबंध में कृषक और लघु उद्यमियों से उनके अभिमत आमंत्रित किया, ताकि उनके बताये सुझावों को शासन स्तर पर पहुंचाया जा सके। कार्यशाला में उद्योग विभाग द्वारा कृषक एवं खाद्य प्रसंस्करण उद्योग नीति 2012-19 के अंतर्गत अनुदान छूट एवं रियायतें, छत्तीसगढ़ राज्य खाद्य प्रसंस्करण की योजनाएं, ब्याज अनुदान तथा स्थायी पूंजी निवेश अनुदान तथा 500 करोड़ से अधिक स्थायी पूंजी निवेश वाली संभाग में प्रथम खाद्य, फल, सब्जी एवं गैर कास्टी वन उत्पाद प्रसंस्करण परियोजना हेतु विशेष पैकेज, विद्युत शुल्क छूट तथा भूमि उपयोग में परिवर्तन आदि के संबंध में विस्तारपूर्वक जानकारियां दी गई। इसके अलावा कृषि विभाग द्वारा कृषकों की आय दुगुनी करने हेतु कृषि विभाग द्वारा संचालित योजनाएं क्रमश: प्रधानमंत्री सिंचाई योजना, स्वायल हेल्थ कार्ड, प्रधानमंत्री फसल बीमा येाजना, किसान समृद्धि योजना, कृषि यांत्रिकीकरण को प्रोत्साहन तथा सौर सुजला योजना के संबंध में जानकारियां दी गई। कार्यशाला में अपर कलेक्टर के.एस. मंडावी, जिला पंचायत के सी.ई.ओ. एस. आलोक, डिप्टी कलेक्टर मति इंदिरा देवहारी, उप संचालक कृषि विनोद वर्मा, उप संचालक उद्योग ध्रुवा, कृषि महाविद्यालय बेमेतरा के डीन डी.के. अवधिया, महाप्रबंधक उद्योग के.एस. मीणा तथा उद्योग और कृषि विभाग के अधिकारी, जिले के उन्नत कृषक और लघु उद्यमी उपस्थित थे।