आर्थिक तंगी से जूझ रहे नक्सल करवा रहे गांजे की तस्करी
- जगदलपुर, 02 मार्च (आरएनएस)। छत्तीसगढ़ के पड़ोसी प्रांत ओडिशा से बस्तर के रास्ते होने वाली गांजे की तस्करी नक्सलियों की मदद से हो रही है।
आर्थिक तंगी से जूझ रहे नक्सल संगठन के अब धन जुटाने के लिए गांजे की तस्करी से जुड़े होने की बातें सामने आ रही हैं। माना जा रहा है कि छत्तीसगढ़ के पड़ोसी प्रांत ओडिशा से बस्तर के रास्ते होने वाली गांजे की तस्करी नक्सलियों की मदद से हो रही है। नक्सल मामलों के जानकार भी ये मान रहे हैं कि गांजे की इंटरस्टेट तस्करी में कहीं न कहीं नक्सलियों का हाथ हैं। गांजे की तस्करी में नक्सली किस तरह से मदद गार बने हुए हैं। इसकी जानकारी सुरक्षा एजेसियों के पास भी पहुंची है, जिसके बाद सुरक्षा एंजेसियां अब अपने स्तर से इसकी जानकारी जुटाने में लगी हुई है।
बस्तर में लंबे समय से नक्सलियों के संरक्षण में बड़े पैमाने पर गांजे की तस्करी की जा रही है। दरअसल छत्तीसगढ़ के पड़ोसी प्रांत ओडिशा के मलकानगिरी में बड़े पैमाने पर गांजे की खेती और तस्करी किए जाने का कारोबार फल फूल रहा है। गांजे की तस्करी के लिए बस्तर का रास्ता काफी ज्यादा तस्करों के लिए मुफीद माना जाता है। बस्तर के रास्ते गांजा जब बिहार, दिल्ली, कोलकाता, महाराष्ट्र, सहित मध्यप्रदेश भेजा जाता है, तब कई बार सुरक्षा एंजेसियां इसपर कार्रवाई भी करती हैं।