ओडिशा में सरकार ने शुरू की उज्ज्वला दीदी योजना

नईदिल्ली ,24 फरवरी (आरएनएस)। ओडिशा में केन्द्र सरकार ने योजनाओं की झड़ी लगा दी है. पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान खुद हर योजना की मॉनिटरिंग में लगे रहते हैं. दर्द तो एक ही है कि मुख्यमंत्री नवीन पटनायक उन योजनाओं को अमली जामा पहनाने में तरजीह नहीं देते.
गेमचेंजर उज्ज्वला योजना की अभूतपूर्व सफलता के बाद अब बारी है उस योजना को और मजबूती देने की ताकि महिलाओं को जिस मुश्किल से निकालने की ये मुहिम थी वो ठंडी न पड़ जाए. इसलिए धर्मेंद्र प्रधान ने एक अनूठी योजना को मूर्त रूप दिया है.
भुवनेश्वर मे शनिवार को एक अनूठी योजना उज्ज्वला दीदी योजना शुरू की गयी है. पेट्रोलियम मंत्रालय के तहत चलने वाली इस योजना को शुरू करने के लिए आयोजित कार्यक्रम में 10000 हजार महिलाओं ने हिस्सा लिया. ओडिशा के कोने-कोने से आयी इन महिलाओं की जिंदगी उज्ज्वला योजना ने बदली है. 1 फरवरी, 2019 के आंकड़ों के मुताबिक, पीएम उज्ज्वला योजना के तहत पूरे ओडिशा मे 37,16 लाख महिला लाभार्थी हैं.
अब यही महिलाएं दीदी बन कर पूरे राज्य में घूमेंगी और समाज में बदलाव लाने वाले एजेंट के रूप में काम करेंगी. इनका काम होगा पूरे ओडिशा को क्लीन फ्यूल राज्य बनाना. गरीब महिलाओं को सिलिंडर की रीफिलिंग में मदद करने, एलपीजी सुरक्षा को लेकर महिलाओं की चिंता को दूर करने, नए कनेक्शन दिलवाने में मदद करने और उनकी शिकायतों का निपटारा करने में मदद का जिम्मा उज्ज्वला दीदी को दिया गया है. इन्हें दीदी नाम दिया गया है ताकि दूरदराज के इलाकों में रह रही गरीब महिलाएं उन्हें अपना हिस्सा ही समझें.
पेट्रोलियम मंत्रालय के आंकड़े बताते हैं कि ओडिशा में एलपीजी उपभोक्ताओं की संख्या और उज्ज्वला की कवरेज में 2014 से 2019 तक में 200 प्रतिशत से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई है. 2014 में ओडिशा में उपभोक्ताओं की संख्या 20.22 लाख थी जो 2019 में बढ़कर 76.65 लाख हो गयी यानी 279 प्रतिशत और एसपीजी कवरेज 20 प्रतिशत से 71.50 प्रतिशत हो गया यानी 257 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई.
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