पीओके में फिर हो सकती है सर्जिकल स्ट्राइक

नई दिल्ली ,16 फरवरी (आरएनएस)। पुलवामा आतंकी हमले पर देश में एकजुटता के आक्रोश को देखते हुए एक्शन मोड पर आई केंद्र सरकार एक बार फिर से पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में घुसकर कार्रवाई कर सकता है, जिसके लिए सेना और सुरक्षा बल दो स्तरों पर कार्रवाई के लिए एक्शन प्लान पर काम भी करती नजर आ रही है।
केंद्र सरकार की सुरक्षा मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति के बाद उच्च स्तर पर मिले संकेत भी ऐसे आए हैं कि सरकार पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ ज्यादा बड़ी कार्रवाई को तैयार है। इसका एक्शन प्लान शायद राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल बना चुके हैं। आतंकवाद के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्यवाही करने के लिए सरकार को शनिवार को हुई सर्वदलीय बैठक में राजनीतकि तौर पर भी विपक्षी दलों का समर्थन मिल चुका है। हालांकि सरकार के निर्णयों की जानकारी सार्वजनिक नहीं की जा सकती, लेकिन देशवासियों की भावनाओं का सम्मान करने के लिए सरकार आतंकवाद को समर्थन दे रहे पाकिस्तान की हर तरफ से अब कमर तोडऩे की राह पर आ गई है। इसके लिए सेना और सुरक्षाबल भी अपनी रणनीतियां बनाने में जुटे हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृहमंत्री राजनाथ सिंह पाक को सबक सिखाने और आतंकी संगठनों को पहले ही चेता चुके हैं कि इस घटना के बाद होने वाली कार्यवाही को पाक कभी नहीं भूल पाएगा। वहीं अब सरकार की रणनीति में अंदरूनी समर्थन के रूप में आतंकियों के बचाव करने की कोशिश करने वाले पत्थरबाजों को भी नहीं बख्शा जाएगा। सूत्रों के अनुसार सरकार ने संकल्प लिया है जैश, लश्कर व हिजबुल के सभी आतंकियों का खात्मा करके दम लेंगे। यह फैसला हो चुका है। जिन भी हथियारों के उपयोग की जरूरत होगी की जाएगी।
खुफि या एजेंसियों के साथ चर्चा
सर्वदलीय बैठक के बाद गृहमंत्री राजनाथ सिंह के आवास पर अजित डोभाल समेत खुफिया एजेंसियों के साथ हुई बैठक में चल रही बैठक में आतंकवादी हमले से जुड़े हुए सबूतों की समीक्षा की गई और सूत्रों के अनुसार पाकिस्तान पर किस तरह से राजनीतिक प्रेशर बनाया जाए इस पर राय ली जा रही है। वहीं आतंकवाद के खात्मे के लिए सीमापार और सीमा के भीतर आतंकवाद के अंश को कैसे नेस्तनाबूद किया जाए इस पर भी मंथन करके खाका तैयार करने की खबर है।इस बैठक में एनएसए चीफ अजीत डोभाल, गृह सचिव और खुफिया एजेंसियों के कई बड़े अधिकारी शामिल हुए।
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