राष्ट्रपति के पास भेजी गई राफेल पर कैग रिपोर्ट
नई दिल्ली ,11 फरवरी (आरएनएस)। राफेल डील में कथित अनियमितताओं के कांग्रेस पार्टी के आरोपों के बीच नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) ने अपनी रिपोर्ट राष्ट्रपति को भेज दी है। गौरतलब है कि कांग्रेस समेत कई विपक्षी पार्टियां राफेल डील को लेकर सरकार पर हमलावर हैं। ऐसे में इस डील पर तैयार कैग रिपोर्ट के संसद में रखे जाने का इंतजार किया जा रहा है। सूत्रों के अनुसार कैग ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि सोमवार को ही कैग ने राफेल डील पर तैयार अपनी रिपोर्ट को आधिकारिक तौर पर राष्ट्रपति भवन भेजा है।
दरअसल, कैग अपनी रिपोर्ट की एक कॉपी राष्ट्रपति के पास और दूसरी कॉपी वित्त मंत्रालय के पास भेजते हैं। बताया गया है कि कैग ने राफेल पर 12 चौप्टर लंबी विस्तृत रिपोर्ट तैयार की है। गौरतलब है कि कुछ हफ्ते पहले ही रक्षा मंत्रालय ने राफेल पर विस्तृत जवाब और संबंधित रिपोर्ट कैग को सौंपी थी, जिसमें खरीद प्रक्रिया की अहम जानकारी के साथ 36 राफेल की कीमतें भी बताई गईं थीं।
अब नई रिपोर्ट पर घमासान
कैग की यह रिपोर्ट काफी लंबी है, जिसे प्रोटोकॉल के तहत सबसे पहले राष्ट्रपति के पास भेजा गया है। अब राष्ट्रपति भवन की ओर से कैग रिपोर्ट लोकसभा स्पीकर के ऑफिस और राज्यसभा चेयरमैन के ऑफिस को भेजी जाएगी। बजट सत्र बुधवार को समाप्त हो रहा है। ऐसे में माना जा रहा है कि कल या परसों ही राफेल पर कैग रिपोर्ट को लोकसभा और राज्यसभा में रखा जा सकता है।
राफेल पर नियम बदले?
सूत्रों के अनुसार भारतीय पक्ष की तरफ से राफेल वार्ता का नेतृत्व करने वाले एयर मार्शल ैठच् सिन्हा ने कहा कि एक पॉइंट को साबित करने के लिए कुछ नोट्स सिलेक्टिव तरीके से उठाए जा रहे हैं। उन्होंने साफ कहा कि इनमें सच्चाई नहीं है। भारतीय टीम ने जो अपनी अंतिम रिपोर्ट दी है उस पर सभी 7 सदस्यों ने बिना किसी असहमित के हस्ताक्षर किए हैं। सरकार से सरकार के बीच कॉन्ट्रैक्ट में ऐंटी-करप्शन क्लॉज पर एयर मार्शल सिन्हा ने कहा कि अब तक हमारा अमेरिका और रूस के साथ सरकार से सरकार कॉन्ट्रैक्ट था। यह तीसरा सरकार से सरकार कॉन्ट्रैक्ट है, जो फ्रांस के साथ हुआ। ऐसा क्लॉस इनमें से किसी के साथ नहीं था।
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