पीडीएस योजना से हजारों की कमाई कर रहे संचालक
जगदलपुर, 09 फरवरी (आरएनएस)। ग्रामीण व शहरी परिवारों को पीडीएस के माध्यम से खाद्यान्न दिये जाने की योजना को ग्रामीण स्वसहायता समूह एवं अन्य शासकीय एजेंसियों द्वारा कमाई का माध्यम बना लिया गया है और इसके माध्यम से प्रतिदिन हजारों की कमाई राशन दुकानों से की जा रही है। जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री खाद्यान्न योजना के अंतर्गत गरीब एवं मध्यम आय वाले परिवार के सदस्यों को राशन कार्ड के माध्यम से परिवार के सदस्यों के अनुसार प्रत्येक सदस्य को 07 किलों चांवल उपलब्ध कराने की योजना संचालित है और इसी योजना को कमाई का जरिया बना लिया गया है।
इस संबंध में विशेष तथ्य यह है कि विकासखंड के विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों में महिला स्वसहायता समूह एवं अन्य सहकारी संस्थाओं के माध्यम से पीडीएस का संचालन हो रहा है। प्रतिमाह शासन से मिलने वाले चावल, शक्कर, मिट्टी तेल आदि को इन राशन दुकानों संचालकों के द्वारा सदस्यों के अनुसार राशन नहीं दिया जाता है और उन्हें कम मात्रा में देकर बचे हुए राशन की आसपास के स्थानीय निजी व्यापरियों से सांठ-गांठ कर इन निजी दुकानों के संचालकों को बेचकर मोटी कमाई की जा रही है। इस योजना की मॉनिटरिंग ठीक से न होने से गरीबों को मिलने वाला राशन निजी दुकानों से धड़ल्ले से बेचा जा रहा है। इसकी शिकायत भी की गई लेकिन इन संचालकों के उपर कोई कार्रवाई नहीं हो पाई है। जिससे प्रतिमाह जरूरत के अनुसार गरीबों को राशन नहीं मिल पा रहा है।