भारतीय रेलवे ने ‘मोहन से महात्मा के विषय को दर्शाते हुए गणतंत्र दिवस की झांकी प्रस्तुत की

नईदिल्ली ,25 जनवरी (आरएनएस)। भारतीय रेलवे इस वर्ष प्रतिष्ठित गणतंत्र दिवस परेड में मोहन से महात्मा की थीम पर आधारित अपनी झांकी दिखाने के लिए तैयार है। इस 70वें गणतंत्र दिवसके अवसर पर, भारतीय रेलवे की झांकी महात्मा गांधी और भारतीय रेलवे की विकासवादी यात्रा को प्रदर्शित करेगी।
भारतीय रेलवे की झांकी में मोहन दास करम चंद गांधी के महात्मा गांधी में रूपांतरण को दर्शाया गया है। 1893 की वह घटना, जब युवा मोहन दास को दक्षिण अफ्रीका के पीटरमैरिट्जबर्ग रेलवे स्टेशन पर एक यूरोपियन ऑनली डिब्बे से बाहर निकाल दिया गया था और इसका परिणाम यह हुआ कि इस घटना ने उन्हें सत्याग्रह करने के लिए एक उत्प्रेरक के रूप में काम किया। बाद में वह इस राष्ट्र के लिए महात्मा के रूप में उभरे।
झांकी के अगले हिस्से में एक भाप के इंजन को दर्शाया गया है। इसके शीर्ष पर महात्मा गांधी की प्रतिमा है जो जून 2018 में दक्षिण अफ्रीका के पीटरमैरिट्जबर्ग रेलवे स्टेशन पर स्थापित प्रतिमा के समान है। मध्य भाग के पहले कोच से पता चलता है कि युवा मोहन दास को दक्षिण अफ्रीका में डिब्बे से बाहर निकाल दिया गया था, मध्य भाग के दूसरे कोच ने गांधीजी को उनकी पत्नी कस्तूरबा गांधी के साथ रेलवे स्टेशन पर लोगों से मिलते हुए दर्शाया गया है, क्योंकि गांधीजी तृतीय श्रेणी के डिब्बे में यात्रा करते थे। झांकी के पिछले हिस्से में, महात्मा गांधी को बंगाल, असम और दक्षिण भारत की नवंबर 1945 से जनवरी 1946 के बीच की अपनी रेल यात्रा के दौरान हरिजन फंड के लिए दान एकत्र करते हुए दिखाया गया है।
साइड पैनल में दिखाया गया है कि कैसे भारतीय रेलवे ने महात्मा गांधी के स्वदेशी के सपने को साकार किया है। इसमें भारतीय रेलवे की भाप इंजन के युग से शुरू हुई यात्रा से लेकर भारत सरकार की मेक इन इंडिया परियोजना के तहत बनाई गई स्वेदशी अत्याधुनिक ट्रेन-18 को दिखाया गया है।(साभार-पीआईबी)
००

Add a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Translate »