भारत ने जैश के कैंपों को किया तबाह
नई दिल्ली ,26 फरवरी (आरएनएस)। भारत के विदेश सचिव विजय गोखले ने बताया कि भारतीय वायु सेना ने मंगलवार को तड़के सीमापार स्थित आतंकी गुट जैश ए मोहम्मद के ठिकाने पर बड़ा एकतरफा हमला किया जिसमें बड़ी संख्या में आतंकवादी, प्रशिक्षक, शीर्ष कमांडर और जिहादी मारे गए।
विदेश सचिव ने यहां संवाददाताओं को बताया कि पाकिस्तान स्थित आतंकी गुट जैश ए मोहम्मद के बालाकोट में मौजूद सबसे बड़े प्रशिक्षण शिविर पर खुफिया सूचनाओं के बाद की गई यह कार्रवाई जरूरी थी क्योंकि आतंकी संगठन भारत में और आत्मघाती हमले करने की साजिश रच रहा था। गौरतलब है कि 12 दिन पहले जम्मू कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर किए गए आत्मघाती हमले में बल के 40 जवान शहीद हो गए थे। इस हमले की जिम्मेदारी जैश ए मोहम्मद ने ली थी। सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू को मंगलवार को तड़के चलाए गए अभियान के बारे में बताया। अभी यह स्पष्ट नहीं है कि यह हमले कश्मीर के पाकिस्तान के कब्जे वाले हिस्से में स्थित बालाकोट में किए गए या पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के बालाकोट में किए गए। गोखले ने यह भी नहीं बताया कि यह हमला कैसे किया गया। साथ ही उन्होंने सूत्रों द्वारा पूर्व में दी जा रही इस खबर की पुष्टि भी नहीं की कि अभियान में बम गिराने के लिए मिराज विमानों का इस्तेमाल किया गया।
विदेश सचिव ने संवाददाताओं को बताया कि विश्वसनीय खुफिया जानकारी मिली थी कि 12 दिन पहले पुलवामा हमले को अंजाम देने के बाद जैश ए मोहम्मद भारत में और आत्मघाती आतंकी हमले करने की साजिश रच रहा है। इसके लिए फिदायीन जिहादियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। गोखले ने कहा कि आसन्न खतरे को देखते हुए, एकतरफा कार्रवाई अत्यंत आवश्यक थी। उन्होंने कहा कि इस जानकारी के बाद सीमा के दूसरी ओर जैश ए मोहम्मद के सबसे बड़े आतंकी शिविर पर हमले किए गए। पूर्वाह्न साढ़े 11 बजे मीडिया को संबोधित कर रहे गोखले ने कहा कि कुछ समय पहले अभियान चलाया गया और विस्तृत ब्यौरे की प्रतीक्षा की जा रही है।
उन्होंने बताया कि अभिायन में बहुत बड़ी संख्या में जैश के आतंकवादी, प्रशिक्षक, वरिष्ठ कमांडर और जिहारी मारे गए जिन्हें फिदायीन हमलों के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा था। एक बयान पढ़ते हुए गोखले ने बताया कि यह आतंकी शिविर बालाकोट में घने जंगल में, एक पहाड़ी पर, नागरिक बहुल इलाकों से दूर था और इसकी अगुवाई मौलाना यूसुफ अजहर उर्फ उस्ताद गौरी कर रहा था जो जैश ए मोहम्मद के मुखिया मसूद अजहर का रिश्तेदार था। बयान में यह नहीं कहा गया है कि क्या मरने वाले आतंकियों में यूसुफ अजहर भी शामिल है। विदेश सचिव ने कहा कि भारत सरकार आतंकवाद के खतरे से निपटने के लिए हर आवश्यक कदम उठाने की खातिर दृढ़ एवं पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
उन्होंने कहा कि नागरिकों को किसी तरह का कोई नुकसान ना पहुंचे, इसके लिए हमने इस लक्ष्य को चुना। गोखले ने कहा कि भारत की पाकिस्तान से अपेक्षा है कि वह जैश ए मोहम्मद सहित सभी आतंकी शिविरों को नष्ट करेगा। उन्होंने कहा कि भारत पाकिस्तान से बार बार अनुरोध करता रहा है कि जिहादियों को प्रशिक्षण तथा हथियार मुहैया कराए जाने के लिए वह जैश ए मोहम्मद के खिलाफ कार्रवाई करे। लेकिन पाकिस्तान ने अपने यहां मौजूद आतंकियों की अवसंरचना को नष्ट करने के लिए ठोस कदम नहीं उठाए। इससे पहले, सरकार से जुड़े सूत्रों ने कहा कि भारतीय वायु सेना के मिराज 2000 लड़ाकू विमानों ने नियंत्रण रेखा के दूसरी ओर, पाकिस्तानी हिस्से में, आतंकी शिविरों पर बम गिराए। उन्होंने कहा कि जेट विमानों ने बालाकोट, मुजफ्फराबाद और चकोटी में स्थित आतंकी शिविरों पर बम गिराए,जिसमें जैश के कम से कम 350 आतंकी मौत की नींद सो गये हैं।
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