सिविल सर्विसेज़ की अधिकतम आयुसीमा में नहीं होगा बदलाव

नई दिल्ली ,25 दिसंबर (आरएनएस)। सिविल सर्विस एग्जाम की तैयारी कर रहे विद्यार्थियों के लिए राहत भरी खबर है। सिविल सर्विस एग्जाम के अभ्यर्थियों की अधिकतम आयु सीमा कम करने की अटकलों को खारिज किया है।

केंद्रीय मंत्री डॉ.जितेंद्र सिंह ने कहा है कि सिविल सर्विस एग्जाम के अभ्यर्थियों की अधिकतम आयु सीमा कम करने की अटकलों को खारिज किया है। उन्होंने कहा कि फिलहाल सरकार का ऐसा कोई इरादा नहीं है। उन्होंने कहा कि खबरों और अटकलों को विराम देना चाहिए। वर्तमान में सिविल सर्विसेज में सिलेक्ट होने वाले अभ्यर्थियों की औसत आयु साढ़े 25 साल है और भारत की एक-तिहाई से ज्यादा आबादी की उम्र इस समय 35 साल से कम है, इस लिहाज से यह अनुशंसा सही है। इस रिपोर्ट में यह भी सुझाव दिया गया है कि नौकरशाही में उच्च स्तर पर विशेषज्ञों की लेटरल एंट्री को भी बढ़ावा दिया जाना चाहिए ताकि हर क्षेत्र में ज्यादा से ज्यादा विशेषज्ञों की सेवाएं मिल सकें।

गौरतलब है कि केंद्र सरकार के थिंक टैंक नीति आयोग ने सिविल सर्विसेज के अभ्यर्थियों के लिए अधिकतम आयु कम करने की सिफारिश की थी। आयोग ने कहा था कि सिविल सर्विसेज में सामान्य वर्ग के अभ्यर्थियों के लिए वर्तमान अधिकतम आयु 32 से घटाकर 27 साल कर दी जानी चाहिए। आयोग ने कहा था कि अधिकतम आयु में यह कभी साल 2022-23 तक लागू कर देनी चाहिए। आयोग ने यह भी सुझाव दिया है कि सभी सिविल सेवाओं के लिए केवल एक ही परीक्षा ली जानी चाहिए। सभी सेवाओं में रिक्रूटमेंट के लिए सेंट्रल टैलंट पूल बनाए जाने का सुझाव सेवाओं में लगाया जाए। नीति आयोग की रिपोर्ट स्ट्रैटिजी फॉर न्यू इंडिया 75 में सुझाव दिया गया है कि सिविल सर्विसेज में समानता लाने के लिए इनकी संख्या में भी कमी की जाए।

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