वाजपेयी ने विपक्ष में रहते राष्ट्रहित के मुद्दों को उठाया: मोदी

नयी दिल्ली ,24 दिसंबर (आरएनएस)। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की 94वीं जयंती की पूर्व संध्या पर 100 रुपये का सिक्का जारी करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि कुछ लोगों के लिये सत्ता जहां ऑक्सीजन के समान है, वहीं वाजपेयी अपने सार्वजनिक जीवन में लम्बे समय तक विपक्ष में बैठक कर राष्ट्रहित से जुड़े विषय उठाते रहे । आयोजन में वरिष्ठ भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी, लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन, वित्त मंत्री अरुण जेटली और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह उपस्थित थे। श्री मोदी ने कहा, ” कुछ लोगों के लिये सत्ता ऑक्सीजन के समान है और वे उसके बिना जीवित नहीं रह सकते । वहीं दूसरी ओर वाजपेयी ने अपने सार्वजनिक जीवन का लम्बा समय विपक्ष में रहते हुए राष्ट्र हित से जुड़े विषयों को उठाने में लगाया। ÓÓ उन्होंने कहा कि सिद्धांतों और कार्यकर्ता के बल पर अटलजी ने इतना बड़ा राजनीतिक संगठन खड़ा कर दिया और काफी कम समय में देशभर में उसका विस्तार भी किया । उन्होंने कहा कि अटलजी के बोलने का मतलब देश का बोलना और सुनने का मतलब देश को सुनना था । अटलजी ने लोभ और स्वार्थ की बजाय देश और लोकतंत्र को सर्वोपरि रखा और उसे ही चुना । मोदी ने कहा कि अटल जी चाहते थे कि लोकतंत्र सर्वोच्च रहे। उन्होंने जनसंघ बनाया, लेकिन जब हमारे लोकतंत्र को बचाने का समय आया तब वह और अन्य जनता पार्टी में चले गए। इसी तरह जब सत्ता में रहने या विचारधारा पर कायम रहने के विकल्प की बात आई तो उन्होंने जनता पार्टी छोड़ दी और भाजपा की स्थापना की। उन्होंने कहा ”मन अब भी यह मानने को तैयार नहीं है कि अटल जी अब हमारे साथ नहीं हैं।

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