सुकमा में फिर गूंजेगी ढोल और मादर की थाप : डॉ. रमन सिंह
रायपुर, 03 दिसंबर (आरएनएस)। मुख्यमंत्री डॉ. रमन ङ्क्षसह ने आज सुकमा जिले के छिंदगढ़ में आयोजित तेंदूपत्ता बोनस तिहार को सम्बोधित करते हुए कहा कि सुकमा में भी एक बार फिर गूंजेगी ढोल और मादर की थाप। यहां भी शांति और विकास होगा। मुख्यमंत्री ने जिले वासियों से जिले के विकास के लिए सक्रिय सहयोग का आव्हान करते हुए कहा कि नक्सल चुनौती का सामना करने के लिए मैं बस्तर वासियों के साथ खड़ा हूं। मुख्यमंत्री डॉ. सिंह ने इस अवसर पर सुकमा और बस्तर जिले (जगदलपुर) के 88 हजार 772 तेंदूपत्ता संग्रहाकों को 9 करोड़ 9 लाख 33 हजार रूपये की बोनस राशि का वितरण किया । उन्होंने इस अवसर पर जिले के विकास के लिए लगभग 231 करोड़ रूपये की लागत के 33 विभिन्न निर्माण और विकास कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास किया। उन्होंने इसमें से लगभग 24 करोड़ 44 लाख रूपये के लागत का 4 कार्यों का लोकार्पण और लगभग 206 करोड़ 61 लाख रूपये की लागत के 29 कार्यों का भूमिपूजन और शिलान्यास किया। वनमंत्री श्री महेश गागड़ा और स्कूल शिक्षामंत्री श्री केदार कश्यप भी समारोह में विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने चिंतागुफा और पोल्लमपल्ली में बैंक की स्थापना के लिए राज्य सरकार की ओर से समुचित पहल का आश्वासन दिया।
मुख्यमंत्री ने समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि नया जिला बनने के बाद सुकमा जिले का स्वरूप बदल रहा है। आने वाले समय में सुकमा छत्तीसगढ़ का सबसे विकसित और वेलकनेक्टेड जिला होगा। राजधानी से 400 किलो मीटर दूर होने के बावजूद सुकमा में आज पूरा प्रशासन मौजूद है। लोगों की समस्या का समाधान भी यहीं हो रहा है। उन्होंने कहा कि जुलाई 2018 तक सुकमा के शत प्रतिशत गांवों, मजरे-टोलों और घरों में बिजली के कनेक्शन दे दिए जाएंगे। जिन गांवों में बिजली ग्रिड से कनेक्शन नहीं दिये जा सकते हैं वहां सोलर पैनल के माध्यम से बिजली पहुंचाई जाएंगी। उन्होंने बताया कि इस अंचल की 413 बसाहटों के 10 हजार परिवारों को सोलर पैनल के माध्यम से बिजली दी जायेगी। लोग अपने घर में तीन बल्व, टीवी और चार्जर भी चला सकेंगे। सुकमा में 132 केव्ही क्षमता के विद्युत उपकेन्द्र का निर्माण जल्द पूरा होगा। डॉ. सिंह ने इंजरम से भेज्जी तक 20 किलोमीटर सड़क निर्माण का कार्य पूरा होने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि इस सड़क के निर्माण में हमारे 12 बहादुर जवानों ने अपनी शहादत दी है। इस अंचल में सड़क, स्कूल और अस्पताल के निर्माण कार्यों को रोका नहीं जा सकता। आने वाले समय में कोंटा तक सीमेंट कांक्रीट के चमचमाते नेशनल हाईवे का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के अंतर्गत इस क्षेत्र में लगभग 218 करोड़ रूपये की लागत की 666 कि लोमीटर लंबी 12 सड़कें मंजूर की गई हैं जिनमें से 215 किलोमीटर सड़क निर्माण का पूरा हो गया है। मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित जिलों को देश के सर्वाधिक पिछड़े 115 जिलों में शामिल करने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को धन्यवाद देते हुए कहा कि इन जिलों को प्रधानमंत्री की पहल पर हर वर्ष 80 करोड़ रूपये की अतिरिक्त राशि विकास कार्यों के लिए मिलेगी। इससे इन जिलों के विकास में तेजी आएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि तेंदूपत्ता संग्रहाकों को आर्थिक दृष्टि से मजबूत बनाने के लिए राज्य सरकार द्वारा अनेक योजनाएं संचालित की जा रही है। तेंदूपत्ता बोनस के रूप में लगभग 11 लाख तेंदूपत्ता संग्रहाकों को 274 करोड़ रूपये की राशि वितरित की जा रही है। तेंदूपत्ता संग्रहण की दर नये सीजन के लिए बढ़ाकर 2500 रूपये प्रति मानक बोरा कर दी गई है।