शैक्षिक संस्थान बचाने ज्यादा फीस लेने स्कूल प्रबंधन ने लिखा पैरेंट्स को पत्र

नई दिल्ली ,01 दिसंबर (आरएनएस)। दिल्ली सरकार द्वारा प्राइवेट स्कूलों पर की गई सख्ती की वजह से एक स्कूल को खुद को चलता रखने के लिए वहां पढऩेवाले स्टूडेंट्स के पैरंट्स को खत लिखना पड़ा है। साउथ दिल्ली के इस स्कूल ने खत में पैरंट्स से कहा है कि वह अस्थाई तौर पर उतनी फीस भरें जितनी स्कूल ने बढ़ाने के लिए बोला हुआ है। अगर ऐसा नहीं किया गया तो स्कूल अनौपचारिक रूप से बंद हो सकता है। ज्ञात हो कि सरकार के शिक्षा निदेशालय (डीओई) ने प्राइवेट स्कूलों से साफ कहा है कि उनकी मर्जी के बिना स्कूल की फीस नहीं बढ़ाई जा सकती।

जिस स्कूल ने छात्रों को पत्र भेजा है उसका नाम ईस्ट ऑफ कैलाश में स्थित ब्लूबेल्स इंटरनैशनल स्कूल है। स्कूल प्रबंधनन के मुताबिक डीओई के आदेश का अनुपालन करने पर स्कूल भारी घाटे में चला जाएगा। इसकी वजह से पिछले 6 दशकों से चल रहा स्कूल अनौपचारिक रूप से बंद भी हो सकता है।

इस मामले पर फिलहाल ब्लूबेल्स ने दिल्ली हाईकोर्ट का रुख किया है। ब्लूबेल्स ने कोर्ट में अपना पक्ष रखते हुए कहा है कि उन्हें फीस बढ़ाने से पहले डीओई की इजाजत लेने की जरूरत नहीं है। फिलहाल मामले पर कोर्ट का फैसला नहीं आया है, क्योंकि इसपर डीओई ने अपना पक्ष नहीं रखा है।

दूसरी तरफ स्कूल के पत्र ने स्टूडेंट्स के माता-पिता को दुविधा में डाल दिया है। पांचवी क्लास में पढऩेवाले एक बच्चे के पिता ने कहा, हुई उलझन को दूर करने के लिए सरकार को सामने आना चाहिए। अगर हम बताई फीस दे भी देते है तो क्या भरोसा है कि कोर्ट के फैसले के बाद स्कूल वह फीस हमें वापस देगा।

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