सीबीआई ने धोखाधड़ी करने वाली कंपनी के खिलाफ किया मामला दर्ज

नयी दिल्ली,30 नवंबर (आरएनएस)। केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने निवेश पर लुभावने मुनाफे का वादा करके तमिलनाडु के डेढ लाख से अधिक निवेशकों से 1500 करोड़ रुपये से अधिक की कथित धोखाधड़ी पर एक कंपनी और उसके निदेशकों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। एजेंसी ने मदुरै की कंपनी ‘परिवार डायरीज एंड एलाइड लिमिटेडÓ और इसके प्रमोटरों बसंत लाल शर्मा, राकेश सिंह नरवारिया, अहिबरन सिंह, चंद्रभान यादव, नीरज सिंह, भानु प्रताप सिंह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की। ये सभी लोग ग्वालियर के निवासी हैं। एक अधिकारी ने कहा कि उनके अलावा, अलवर निवासी प्रदीप कुमार शर्मा और मदुरै के धेइवम के खिलाफ भी आपराधिक साजिश, आपराधिक विश्वासघात और धोखाधड़ी से संबंधित भादंसं की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। सीबीआई ने यह कार्रवाई मद्रास उच्च न्यायालय की मदुरै पीठ के निर्देश पर की। अदालत ने एजेंसी से जांच का जिम्मा संभालने को कहा है। उच्च न्यायालय में दायर याचिका में आरोप लगाया गया कि कंपनी ने डेढ लाख से अधिक निवेशकों को लुभाकर 1500 करोड़ रुपये से अधिक राशि एकत्रित की। आरोप है कि आरोपी विभिन्न निवेश बैठकों के जरिये निवेशकों को लुभाने के लिए कई बार मदुरै आए। याचिका में कहा गया कि लोगों से कई करोड़ रुपये एकत्रित करने वाली कंपनी ने 2014 से निवेशकों का धन नहीं चुकाया और लोगों को मंझधार में छोड़कर अक्टूबर 2015 में कंपनी बंद हो गई। अदालत ने कहा कि कंपनी के खिलाफ इसी तरह का एक अन्य मामला मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय के सामने भी आया है जिसने मामले की जांच को सीबीआई को सौंपा है। अदालत ने कहा, ”रिकार्ड से यह साफ है कि इस मामले का अंतरराज्यीय प्रभाव हैं और कई राज्यों में धोखाधड़ी हुई है। आरोपी जिनके बारे में माना जा रहा है कि वह दिल्ली में रह रहे हैं, उन्हें प्रतिवादी पुलिस (तमिलनाडु पुलिस) ने पिछले दो साल से गिरफ्तार नहीं किया है।ÓÓ अदालत ने कहा कि आरोपी उत्तर भारत के रहने वाले हैं और उन्होंने न केवल तमिलनाडु बल्कि अन्य राज्यों में भी निवेशकों से धोखाधड़ी की है। उन्होंने कहा कि अगर कोई देशभर में पहुंच वाली एजेंसी इस मामले की जांच करेगी तो उचित रहेगा क्योंकि इससे इस मामले की जांच असरदार तरीके से हो सकेगी। अदालत ने कहा कि यह मामला लाखों मासूम निवेशकों के हितों से जुड़ा है जिन्होंने अपनी मेहनत की कमाई गंवाई है।
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