पीएम मोदी के चाय वाला होने की चर्चा पर बोला रेलवे
नई दिल्ली ,22 नवंबर (आरएनएस)। लोकसभा चुनाव 2019 जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है, एक बार फिर से पीएम नरेंद्र मोदी का चायवाला होने की चर्चा जोर पकडऩे लगी है। सोशल मीडिया से लेकर चुनावी रैलियों तक फिर से टिप्पणी होने लगी है कि एक चाय वाला देश का पीएम बन गया इससे कांग्रेस को हैरानी है और इसलिए विपक्ष महागठबंधन की तैयारियों में जुट गया है। हाल ही में प्रधानमंत्री मोदी ने मध्य प्रदेश में चुनावी रैली के दौरान कहा था कि कांग्रेस को अभी भी हैरानी है कि एक चायवाला पीएम बन गया।
कांग्रेस को अभी भी हैरानी है कि एक चायवाला पीएम बन गया! कांग्रेस की पीड़ा का कारण यह भी है कि चार पीढिय़ों ने जो जमा किया था, वो पैसा अब कुछ परिवारों के लिए नहीं, बल्कि जनता के विकास के लिए खर्च हो रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की पीड़ा का कारण यह भी है कि चार पीढिय़ों ने जो जमा किया था, वो पैसा अब कुछ परिवारों के लिए नहीं, बल्कि जनता के विकास के लिए खर्च हो रहा है। बता दें कि मोदी ने जब 2014 में लोकसभा चुनाव लड़ा तो खुद को एक चायवाला बताया था। उन्होंने कहा था कि बचपन में वे गुजरात में स्टेशन पर और ट्रेनों में चाय बेचते थे। इसके बाद कांग्रेस समर्थक और सामाजिक कार्यकर्ता तहसीन पूनावाला ने एक आरटीआई दायर कर पूछा था कि क्या रेलवे के पास ऐसा कोई रिकॉर्ड, रजिस्ट्रेशन नंबर या नरेंद्र मोदी को स्टेशन या ट्रेन में चाय बेचने के लिए निर्गत आधिकारिक पास उपलब्ध है?, जिससे पता चले कि उन्होंने चाय बेची थी। इस आरटीआई के जवाब में रेल मंत्रालय ने कहा था कि रेलवे बोर्ड के पर्यटन और खानपान निदेशालय की टीजी ब्रांच में ऐसी किसी तरह की जानकारी उपलब्ध नहीं है। उल्लेखनीय है कि मोदी खुद कई बार सार्वजिनक तौर पर कह चुके हैं कि उन्होंने बचपन में चाय बेची है। इसके बाद वे आरएसएस से जुड़ गए।
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