कांग्रेस की सरकार बनी तो दस दिनों में किसानों का कर्जा माफ : राहुल

रायपुर, 10 नवंबर (आरएनएस)। गब्बर सिंह टैक्स और नोटबंदी ने देश और राज्यों को बर्बाद कर दिया है। केन्द्र के ही एक मंत्री ने लोकसभा में यह बयान दिया कि पिछले 20 सालों में सबसे ज्यादा बेरोजगारी इस दौर में चल रही है। यह सब केवल एक व्यक्ति की देन है, जिससे हजारों-लाखों छोटे और मंझोले व्यापारियों का व्यापार बर्बाद हो गया है।
उक्त बातें कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज कोण्डागांव में आयोजित एक आमसभा को संबोधित करते हुए कही। श्री गांधी ने कहा कि मैं यहा कोई झूठा वायदा करने नहीं आया हूं, मैं आज यहां वही बात कहूंगा जो मैं कर सकता हूं। श्री गांधी ने कहा कि धान का समर्थन मूल्य 2100 रूपए करने और बोनस देने का वायदा भाजपा सरकार ने किया था। लेकिन यह वायदा उन्होंने पूरा नहीं किया। देश के लाखों युवाओं को रोजगार उलब्ध कराने का वादा किया गया, मगर रोजगार नहीं मिला। उल्टे नोटबंदी से देश के लाखों-करोड़ों छोटे और मंझोले व्यापारियों का व्यापार चौपट हो गया। यह सब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने केवल और केवल अपने चहेते 15-20 बड़े उद्योगपति मित्रों को खुश करने के लिए किया। नोटबंदी से आखिर किसे फायदा हुआ, न तो कालाधन देश में वापस आया और न ही प्रत्येक व्यक्ति के खाते में 15 लाख रूपए वापस आया। उल्टे देश का पैसा चुनिंदा बड़े व्यापारी केन्द्र सरकार की मदद से इस देश से लेकर भाग निकले। आखिर इन सब के लिए कौन जिम्मेदार है? क्या इन लोगों की बातों में अब विश्वास किया जा सकता है? श्री गांधी ने सीधे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को टॉरगेट करते हुए कहा कि आज देश में व्यापार-व्यवसाय बर्बाद हो गया, नोटबंदी ने छोटे व्यापारियों को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया। अब प्रधानमंत्री नोटबंदी की बात किसी भी सभा में नहीं करते, आखिर क्यों? श्री गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने वायदा किया था कि किसानों को उनकी फसलों का सही दाम दिलवाऊंगा आज साढ़े चार साल का कार्यकाल पूरा हो चुका है, किसानों को सही दाम मिला क्या? उल्टे देश के चुनिंदा 15-20 उद्योगपतियों की तिजोरियां भर गई और गरीबों के खाते का पैसा भी कुछ लोग लेकर देश से भाग गए। जब प्रधानमंत्री इन चुनिंदा अरबतियों का साढ़े तीन लाख करोड़ का कर्जा माफ कर सकते हैं तो देश के अन्नदाता गरीब किसानों का कर्जा माफ क्यों नहीं किया? उन्हें किसानों के आत्महत्या का इंतजार था, यह हुआ भी। इसके बाद भी किसानों का कर्जा माफ करना प्रधानमंत्री ने जरूरी नहीं समझा। इस मामले में जब उनसे पूछा गया तो उन्होंने सीधे कह दिया कि किसानों का कर्जा माफ करना उनके पॉलिसी में नहीं है, तो आखिर प्रधानमंत्री किसके लिए पॉलिसी तैयार करते हैं? यूपीए सरकार ने देश के किसानों का 70 हजार करोड़ रूपए का कर्जा माफ किया था। वहीं पंजाब और कनार्टका में कांग्रेस की सरकार बनते ही दस दिनों के अंदर किसानों का कर्जा माफ कर दिया गया। श्री गांधी ने कहा कि वे यहां कोई भी झूठा वायदा नहीं करेंगे। राज्य में यदि कांग्रेस की सरकार बनती है तो दस दिनों के भीतर किसानों का कर्जा माफ कर दिया जाएगा। यही नहीं प्रत्येक ब्लॉक और जिलों में फूड प्रोसेसिंग प्लांट बनाया जाएगा। जहां किसान अपनी उपज बेचकर सही दाम भी पाएंगे। यही नहीं किसानों के ही बच्चे इन प्लांटों में काम करके रोजगार भी प्राप्त करेंगे। श्री गांधी ने कहा कि भाजपा ने किसानों को समर्थन मूल्य में खरीदी और बोनस देने का वायदा किया था, यदि कांग्रेस की सरकार बनती है तो इन अधूरे वायदों को भी कांग्रेस पूरा करेगी और दो साल का बोनस भी किसानों को दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि आज देश में कहा जाता है कि पंजाब और हरियाणा देश का पेट भरते हैं, यदि कांग्रेस की सरकार बनती है तो वह दिन भी दूर नहीं होगा जब लोग कहेंगे कि इस काम में छत्तीसगढ़ भी आगे है।
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