नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में मतदाताओं को मतदान के समय पूर्ण सुुरक्षा दी जाएगी – ओपी रावत

रायपुर, 01अक्टूबर (आरएनएस)। विधानसभा चुनाव के प्रथम चरण 12 नवंबर एवं द्वितीय चरण 20 नवंबर के संबंध में आज विभिन्न राजनीतिक दलों द्वारा दिए गए सुझावों पर विस्तृत चर्चा की गई। यह जानकारी मुख्य निर्वाचन आयुक्त ओपी रावत ने देते हुए बताया कि राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों ने मतदान के दौरान विशेषकर नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में मतदाताओं के मतदान के दौरान सुरक्षा व्यवस्था कायम करने के लिए पोलिंग बूथों के समक्ष सीसी टीवी लगवाकर वीडियो रिकार्डिंग करने की मांग की। साथ ही निर्भीक मतदान के लिए मतदाताओं को सुरक्षा उपलब्ध कराने की मांग की। उन्होंने पत्रकारवार्ता के दौरान आरएनएस प्रतिनिधि द्वारा हाल ही में बस्तर में हुई नक्सली वारदात के दौरान डीडी न्यूज के कैमरामैन एवं जवानों की शहादत के संबंध में दूरस्थ नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में निष्पक्ष मतदान के सवाल पर जवाब देते हुए मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने कहा कि 12 नवंबर को बस्तर में आयोजित मतदान के दौरान प्रत्येक पोलिंग बूथ में मतदाताओं को पहुंचाने के लिए विशेष पुलिस सुरक्षा दी जाएगी। हर हाल में निष्पक्ष मतदान के लिए आयोग ने समस्त जिलों के कलेक्टरों पुलिस अधीक्षकों, संभाग आयुक्तों एवं मुख्य सचिव डीजीपी को विशेष निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने कि राजनीतिक दलों द्वारा की गई शिकायतों के अनुसार भड़काऊ भाषण को रोकने, लाभ के पदों पर पदस्थों द्वारा दुरुपयोग रोकने तीन साल से अधिक एक ही स्थान पर जमे अधिकारी कर्मचारियों के तबादले, मोबाइल फोन वितरण में सरकारी योजनाओं एवं संदेशों के डिलिट न होने के संबंध में चर्चा की गई। राजनीतिक सभाओं के लिए रिटर्निंग अफसरों की अनुमति विपक्ष को डराने वाले भाषण के संबंध में भी लिखित में आपत्ति दी गई है।

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