कांग्रेस ने शिव और राम, दोनों के द्रोह का पाप किया है : कौशिक
रायपुर, 08 सितम्बर (आरएनएस)। प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष धरमलाल कौशिक ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की कैलाश-मानसरोवर यात्रा को ‘राजनीतिक पाखंड’ निरूपित किया है। शनिवार को प्रदेश भाजपा अध्यक्ष कौशिक ने कटाक्ष किया कि कांग्रेस अध्यक्ष की इस यात्रा को लेकर कांग्रेस स्वयं दुविधा की शिकार नजर आ रही है। ट्विटर पर कांग्रेस और राहुल के सहयात्रियों के दावों में ही परस्पर विरोधाभास है, वहीं राहुल गांधी द्वारा साझा की गई यात्रा की तस्वीरो की विश्वसनीयता पर भी सवाल उठ रहे हैं। प्रदेश भाजपाध्यक्ष ने कहा कि दरअसल यह यात्रा महज राजनीतिक लाभ लेने की शर्मनाक कोशिश है, और कांग्रेस अध्यक्ष अपने इस राजनीतिक पाखंड के गर्हित उद्देश्यों में सफल नहीं होंगे।
उन्होंने कहा कि समूची कांग्रेस इन दिनों भ्रम के दौर से गुजर रही है। कांग्रेस के नेताओं को इतिहास के पन्ने पलट लेने की नसीहत देते हुए कौशिक ने कहा कि यह वही कांग्रेस है, जिसके पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने सोमनाथ के मंदिर के पुनरुद्धार का विरोध किया था और यहां तक कि तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ. राजेन्द्र प्रसाद के उक्त मंदिर के प्रतिष्ठा समारोह में जाने का विरोध किया था। जब तत्कालीन गृह मंत्री सरदार पटेल की पहल पर सोमनाथ मंदिर का पुनरुद्धार हुआ और डॉ. राजेन्द्र प्रसाद वहां जाने वाले थे, तब नेहरू ने यह कहकर उनको जाने से रोकने की भरपूर कोशिश की कि उनका जाना भारत के संवैधानिक ढांचे की मर्यादा के प्रतिकूल रहेगा। बावजूद इसके, तत्कालीन राष्ट्रपति जब मंदिर के प्रतिष्ठा समारोह मे शरीक हुए तो नेहरू उनसे बेहद खफा हो गए। नेहरू ने तो खुद कहा है कि वे दुर्घटनावश हिन्दू है। जिस राजनीतिक दल की वैचारिक अवधारणा ही शुरू से मुस्लिम तुष्टिकरण से प्रेरित रही है, उससे बेहतर विचारों की कल्पना बेमानी है।