डेंगू से भिलाई में मचा हाहाकार : उमरपोटी और नेवई में हुई दो की मौत
भिलाई, 21 अगस्त (आरएनएस)। छत्तीसगढ़ राज्य का सबसे माडर्न शहरों में से एक एजुकेशन हब के नाम से प्रसिद्ध नगर भिलाई में डेंगू ने हाहाकार मचा दिया है। शहर के खुर्सीपार इलाके में डेंगू ने दर्जनों लोगों को मौत की नींद सुला दिया। जिसके बाद से ही शहर के विभिन्न सरकारी तथा गैरसरकारी अस्पतालों में सैकड़ों मरीज डेंगू की चपेट में आकर अपना इलाज करवा रहे हैं और मौत का कारवां बढ़ता ही जा रहा है। खुर्सीपार इलाके के शुरू हुआ डेंगू का प्रकोप आज पूरे शहर में अपना जड़ जमा लिया है। शहर के नेवई, स्टेशन मरौदा, टंकी मरौदा तथा मौहारी भाठा में भी कई लोग डेंगू के चपेट में आकर अस्पताल दाखिल हुए हैं। शहर की सफाई व्यवस्था इतनी लचर हो चुकी है कि दर्जनों मौत के बाद भी प्रशासनिक अमला पुरी तरह डेंगू के सामने अपना घुटना टेकता नजर आ रहा है।
नेवई मरौदा में गई दो की जानें
डेंगू को लेकर प्रशासन चाहे कितना भी अपनी लाचारी छिपा ले अंत में उसकी लाचारी सामने प्रकट ही हो जाती है। ग्राम उमरपोटी निवासी दुष्यंत मारकंडेय पिता गेंदलाल मारकंडेय 30 वर्ष राजधानी रायपुर के मंत्रालय में कार्यरत था। डेंगू की चपेट में आकर दो दिन पहले उसकी मौत हो गई जिसका अंतिम संस्कार गांव के ही मुक्तिधाम में किया गया। इसकी जानकारी किसी को नहीं मिली। दुष्यंत रायपुर के मेकाहारा में भर्ती था जहां डेंगू ने उसे मौत के गहरे नींद में सुला दिया। वहीं नेवई निवासी झुमुक लाल देशलहरे 40 वर्ष ने भी डेंगू की चपेट में आकर अपना जान गवां दिया। दिलचस्प बात यह है कि लगातार लोगों के मौत के आंकड़ों को बढ़ता देख प्रशासन ने दोनों की मौत की खबर सार्वजनिक नहीं किया था।
फागिंग का नहीं हो रहा असर
देरी से छिड़काव के कारण मच्छर ताकतवर होकर लोगों को मौत की नींद सुला रहे हैं। डेंगू से बचने के लिए प्रशासन द्वारा दोपहर में फागिंग करवाया जा रहा है इसके बाद भी मच्छरों पर इसका कोई असर नहीं हो रहा है। दिन प्रतिदिन मच्छर ताकतवर होते जा रहे हैं।