रायपुर 05 मार्च (आरएनएस)। ग्रामोद्योग, स्कूल शिक्षा एवं तकनीकी शिक्षा के प्रमुख सचिव एवं छत्तीसगढ़ रोजगार मिशन के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. आलोक शुक्ला ने आज धमतरी जिले के प्रवास के दौरान कुरूद विकासखण्ड में मल्टीयूटिलिटी सेंटर चटौद, नारी सहित कुरूद का दौरान कर महिला स्व-सहायता समूहों के द्वारा किए जा रहे सृजनात्मक एवं आयमूलक कार्यों का अवलोकन किया। उन्होंने महिलाओं के कार्यों की सराहना की। उन्होंने चटौद के मल्टीयूटिलिटी सेंटर में सी-मार्ट का अवलोकन किया। महिलाओं द्वारा जैविक खाद से उत्पादित सब्जी-भाजी और उनके द्वारा तैयार की गई खाद्यान्न सामग्री तथा मृदाशिल्प का बारीकी से अवलोकन किया। ग्राम नारी के मल्टीयूटिलिटी सेंटर में हाथकरघा और मिट्टी से बनाई जा रही दैनिक उपयोग एवं साज-सज्जा की सामग्रियों का प्रमुख सचिव ने अवलोकन कर समूह की महिलाओं के लगन और मेहनत की सराहना की। प्रमुख सचिव ने इस मौके पर महिलाओं से उनकी आयमूलक गतिविधियों के संचालन विक्रय एवं लाभ आदि के बारे में भी जानकारी ली।
प्रमुख सचिव डॉ. शुक्ला आज चटौद स्थित मल्टीयुटिलिटी सेंटर पहुंचे, वहां पर उन्होंने महिला स्व-सहायता समूह की महिलाओं द्वारा तैयार किए गए मृदाशिल्प के तहत निर्मित उत्पादों का भी अवलोकन किया। उन्होंने सी-मार्ट में तैयार किए गए दैनिक उपयोग की खाद्यान्न सामग्री यथा अचार, पापड़, बड़ी, दाल, चावल, सुगंधित नगरी दूबराज चावल सहित छत्तीसगढ़ के हर्बल उत्पाद, वर्मी कम्पोस्ट, सजावटी वस्तुओं को भी देखा। साथ ही उन्होंने समूह के कार्यों की सराहना की और उत्पादों का क्रय भी किया।
कलेक्टर श्री पी.एस. एल्मा ने बताया कि यहां पर दाल मिल की भी स्थापना की गई है। जिससे कि इन समूहों को सुपर मार्ट की भांति आधुनिक बाजार के दौर में प्रतियोगी योग्य बनाया जा सके। इस दौरान प्रमुख सचिव ने समूहों को आत्मनिर्भर बनाने जिला प्रशासन के द्वारा किए गए जा रहे प्रयासों की सराहना की। इसके उपरांत प्रमुख सचिव डॉ. शुक्ला ग्राम नारी के मल्टीयूटिलिटी सेंटर पहुंचे, जहां पर उन्होंने ग्लेजिंग युनिट के तहत पहले हाथकरघा इकाई तथा मृदाशिल्प का अवलोकन किया। छत्तीसगढ़ माटीकला बोर्ड द्वारा मृदाशिल्प को बढ़ावा देने के लिए ग्रामीणों को प्रोत्साहित एवं मदद दी जा रही हैं। समूह की महिलाएं मिट्टी की विभिन्न कलाकृतियां जैसे मिट्टी के बरतन, बोतल, गिलास, कुल्हड़, कप, फूलदान आदि बना रही हैं। प्रमुख सचिव डॉ. शुक्ला ने मिट्टी के उत्पादों पर उकेरी गई कलाकृतियों की सराहना की। माटीकला बोर्ड द्वारा निर्मित उत्पादों को मार्केट में बेचा जा रहा है। प्रमुख सचिव डॉ. शुक्ला ने यहां पर सिरेमिक उत्पादों का भी कार्य प्रारंम्भ करने की बात कही, साथ ही इन उत्पादों के प्रचार-प्रसार तथा विक्रय के लिए ठोस पहल करने के निर्देश कलेक्टर को दिए।
प्रमुख सचिव डॉ. शुक्ला ने कुरूद स्थित हाथकरघा विकास संस्थान में हैण्डलूम और पॉवरलूम के ताने-बाने से तैयार किए जा रहे विभिन्न किस्म के वस्त्रों के तैयार करने की भी प्रक्रिया देखी तथा इनकी बेहतरी के लिए आवश्यक सुविधाएं मुहैया कराने की बात कही। इस अवसर पर जिला पंचायत की सी.ई.ओ. श्रीमती प्रियंका महोबिया, जनपद पंचायत कुरूद के सी.ई.ओ. एवं आजीविका मिशन के अधिकारी उपस्थित रहे।