ग्रीष्मकालीन पेयजल व्यवस्था के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी
रायपुर, 19 जनवरी (आरएनएस)। नगर निगम के मुख्य अभियन्ता आर.के. चौबे ने फिल्टरप्लांट में ग्रीष्मकालीन पेयजल व्यवस्था के लिए बैठक लेकर आवश्यक निर्देश दिए है।
नगर पालिक निगम रायपुर के प्रशासनिक भवन, फिल्टर प्लांट, रावणभाठा में ग्रीष्मकालीन पेयजल व्यवस्था के संबंध में बैठक हुई। बैठक में ग्रीष्मकाल के पूर्व कराये जाने वाले कार्यों के बारे में विस्तार से चर्चा की गई, ताकि ग्रीष्मकाल के दौरान जल की शुद्धता एवं मात्रा किसी भी तरह से प्रभावित न होने पाये. बैठक के दौरान वॉटर पाइप लाईन एवं राइजिंग पाईप लाइन के लीकेज की मरम्मत कार्य तथा एयर आदि संधारण कार्य को ग्रीष्म ऋतु के पूर्व प्राथमिकता से करने, जोनों से संचालित बोरवेल्स का आवश्यक केमिकल ट्रीटमेंट 03 राउंड में 28 फरवरी तक पूर्ण करने, ग्रीष्म ऋतु में रॉ वॉटर की पर्याप्त उपलब्धता, फिल्टर प्लांट में क्लोरिन टनर्स का पर्याप्त स्टॉक हमेशा रखने, ग्रीष्म ऋतु में आवश्यक कैमिकल की पर्याप्त व्यवस्था एवं जल गुणवत्ता की सेम्पलिंग, टेस्टिंग एवं मॉनीटरिंग सी.पी.एच.ई.ई.ओ. के दिशा निर्देश के अनुसार करने के निर्देश दिए गये.जल की गुणवत्ता को बनाए रखने हेतु रसायनज्ञों को स्वत: नगर के विभिन्न स्थानों में उपस्थित होकर सेम्पलिंग एवं टेस्टिंग करने के निर्देश दिए गए। आवश्यकता होने पर पी.एच.ई. के एन.ए.बी.एल. स्वीकृत लेब से भी टेस्ट किये जाने हेतु निर्देश दिए गए, ताकि गुणवत्ता सुनिश्चित की जा सके। जल परीक्षण हेतु सी.पी.एच.ई.ई.ओ. के मापदंड के अनुसार प्रतिदिन जल को 5 ई-कोलाई परीक्षण होना है. बैठक में 01 फरवरी 2022 से नगर विस्तार को ध्यान में रखकर प्रतिदिन 15 सेंपल न्यूनतम ई-कोलाई टेस्ट करने के निर्देश दिए गए। 100 अंतिम छोरों पर रेसीड्यूअल क्लोरीन की रीडिंग प्रतिदिन तथा आवश्यक होने पर गुणवत्ता संवेदनशील स्थानों से भी सेम्पलिंग की जाये। साथ ही सी.पी.एच.ई.ई.ओ. के मापदंड के अनुसार रॉ-वॉटर एवं क्लीयर वॉटर का परीक्षण जलशोधन संयंत्र में प्रतिघंटे (लगातार रात-दिन) सैंपल लिया जाकर जल गुणवत्ता सुनिश्चित की जाये। इसके अलावा रख-रखाव और अन्य महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा की गई. बैठक में नगर पालिक निगम रायपुर के प्रशासनिक भवन, फिल्टर प्लांट रावणभाटा में मुख्य अभियन्ता आर.के. चौबे, सहायक अभियन्ता नर सिंह फरेंद्र सहायक अभियंता सहित जल विभाग के समस्त संबंधित अधिकारीगण,रसायनज्ञ, सुपरवाईजर, जी.एस.आई. के अभियंतागण उपस्थित थे।