रायपुर, 09 जनवरी (आरएनएस) ।
जीवन में चुनौतियां बहुत आती है। सफलता और असफलता दोनों एक सिक्के के दो पहलु हैं। कभी भी असफलता से घबराएं नहीं चुनौतियां स्वीकार करें, हमेशा दृढ़ निश्चय और संकल्प के साथ लक्ष्य निर्धारित कर कार्य करें, आपको कामयाब होने से कोई नहीं रोक सकता। यह बात राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके ने कही। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने नये भारत के निर्माण और आत्मनिर्भर राष्ट्र की संकल्पना दी है। ऐसे राष्ट्र निर्माण में विद्यार्थियों का महत्वपूर्ण योगदान रहेगा। हमारे युवा हमारे देश की ताकत है। वे अपने तकनीकी ज्ञान से राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं। ऐसी तकनीकी ज्ञान के भरोसे कोरोना जैसे महामारी का सामना कर रहे हैं। वे स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय भिलाई के इंजीनियरिंग के छात्रों को संबोधित कर रही थी। उन्होंने विश्वविद्यालय के ऑडियो-वीडियो स्टूडियो का उद्घाटन भी किया।
राज्यपाल सुश्री उइके ने विद्यार्थियों से कहा कि समाज और राज्य को आपसे बहुत अपेक्षाएं हैं। मुझे विश्वास है कि आप छत्तीसगढ़ राज्य का नाम जरूर रोशन करेंगे। उन्होंने कहा कि जीवन में किताबी ज्ञान के साथ-साथ व्यवहारिक ज्ञान भी आवश्यक होता है। आप अपने आचार-व्यवहार और संस्कार को न भूलें। अच्छे व्यवहार और संस्कार से ही जीवन में सफलता मिलती है। उन्होंने कहा कि आप जीवन में कितनी भी ऊंचाई प्राप्त करें पर अहंकार का हमेशा त्याग करें। सुश्री उइके ने कहा कि यहां पर उपस्थित विद्यार्थी किसी न किसी क्षेत्र में सफलता हासिल करेंगे, आप जहां भी जाएं मुझे जरूर याद रखना और अपने उपलब्धियों के बारे में बताना मुझे खुशी होगी। राज्यपाल ने भाषा के महत्व को बताते हुए कहा कि जब वह राष्ट्रीय महिला आयोग में थी तो अधिकतर प्रकाशन अंग्रेजी में होते थे। मगर हमारे देश में अधिकतर महिलाएं हिंदी और स्थानीय भाषा जानने वाली होती हैं। मैंने सारी योजनाओं तथा महिलाओं के अधिकार से संबंधित प्रकाशन को हिंदी में प्रकाशित करवाया, जिससे आमजन भी समझ सकें।