रायपुर 11 दिसम्बर  (आरएनएस) । खरीफ विपणन वर्ष 2021-22 में धान खरीदी की प्रगति की समीक्षा के लिए जारी बैठक के तीसरे क्रम में मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन ने आज वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से बस्तर, सरगुजा और बिलासपुर के संभागायुक्त और कोण्डागांव-बस्तर-कोरबा-कोरिया-जशपुर-गौरेला पेण्ड्रा मरवाही-बीजापुर-सुकमा-नारायणपुर और दंतेवाड़ा जिले के कलेक्टरों की बैठक ली। बैठक में जिलों के कलेक्टरों ने धान खरीदी की साप्ताहिक समीक्षा के लिए निर्धारित बिन्दुओं पर अपने-अपने जिलों की प्रगति की जानकारी दी। जिलों से प्राप्त फीड बैक के आधार पर राज्य स्तर के वरिष्ठ अधिकारियों ने जिलांे की कमियों को इंगित करने के साथ ही सुधारात्मक कार्यवाही किए जाने के सुझाव भी दिए । मुख्य सचिव ने खरीदी केन्द्रों से धान के उठाव में तेजी लाने के निर्देश दिए है। उन्होंने कहा है कि क्षेत्र में कार्यरत मिलरों से अनुबंध के पश्चात कस्टम मिलिंग के लिए धान का उठाव तेजी से किया जाए। साथ ही मिलिंग के बाद एफसीआई और नान के गोदामों में निर्धारित गुणवत्ता के चावल जमा हो इस पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए गए है। उन्होंने कहा है कि एफसीआई में जमा किए जाने वाले अलग-अलग किस्म के चावल (मोटा-पतला-सरना) के लिए अलग-अलग डीओ जारी किए जाए। उन्होंने एफसीआई में चावल के परिदान की निगरानी के लिए राज्य सहित जिलों में भी नोडल अधिकारी नियुक्त करने के निर्देश दिए है। नोडल अधिकारी एफसीआई से नियमित सम्पर्क करेंगे और जमा किए जाने वाले चावल के लाट के आधार पर एफसीआई के गोदामों में रिक्त स्थानों का आंकलन करेंगे। धान खरीदी केन्द्रों में स्टेकिंग (धान की बोरियों को जमाने) के समय अलग-अलग गुणवत्ता के धान की स्टेकिंग अलग-अलग करने के निर्देश दिए गए है। इस प्रक्रिया में मोटा-पतला-सरना के किस्म के धानों को अलग-अलग स्टेकिंग में रखा जाएगा। धान खरीदी केन्द्रों में रखे गए धान के रख-रखाव और उसकी सुरक्षा के लिए पर्याप्त उपाए करने के निर्देश दिए गए है। श्री जैन ने सीमावर्ती क्षेत्रों में अतिरिक्त सावधानी बरतते हुए धान के अवैध परिवहन पर निगरानी और नियंत्रण रखने के निर्देश दिए है। खरीदी केन्द्रों में किसानों की सुविधा का पूरा ध्यान रखने कहा गया है। छोटे किसानों से धान की खरीदी प्राथमिकता के आधार पर करने के निर्देश दिए गए है।