(नारायणपुर) चक्काजाम: 10 घंटे बाद पहुँचे अधिकारी, दो घंटे तक चला समझाइश का दौरा फि र माने ग्रामीण

नारायणपुर, 22 नवम्बर (आरएनएस)। सरकारी समर्थन मूल्य से आधे से भी कम कीमत पर धान और वनोपजों की खरीदी किए जाने से नाराज ग्रामीणों के द्वारा रविवार को ओरछा मार्ग पर रायनार के पास धरना प्रदर्शन करने के बाद चक्काजाम किया गया। कड़ाके की ठंड के बीच दुधमुंहे बच्चों के साथ महिलाएं सुबह पांच बजे से सड़क पर बैठी रही। दोपहर दो बजे जिला प्रशासन के अधिकारियों के पहुँचने के बाद ग्रामीणों को मनाने का दौर शुरू हुआ। दो घंटे की बातचीत के बाद ग्रामीणों के द्वारा आंदोलन स्थगित करने की बात कही गई। जिसके बाद जाम में फंसी वाहनों की आवाजाही शुरू हो पाई। यह बताना लाजमी है कि हाट- बाजारों में 10 रुपये किलो में ग्रामीणों से धान खरीदी की जा रही है। सरकारी समर्थन मूल्य 25 रुपये में बिकने वाली धान की फसल कोचिए के पास पहुंचते ही 10 रुपये हो जाती है। पसीने की वाजिब कीमत नहीं मिलने से 25 गांव के ग्रामीणों के द्वारा चक्काजाम कर प्रदर्शन किया गया। ग्रामीणों ने बताया कि सरकार के द्वारा फसलों एवं वनोपजों को लेकर गंभीरता नहीं दिखाई जा रही है। सरकारी समर्थन मूल्य का लाभ ग्रामीणों को नहीं मिल रहा है। धरना प्रदर्शन के दौरान यात्री बस और पीडीएस के वाहन जाम में फंसी रही। वही राहगीरों को आने-जाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा। दस घण्टे के बाद अधिकारियों के जाने के बाद दो घंटे तक समझाइश का दौर चलता रहा जिसके बाद ग्रामीणों की सहमति मिली और मार्ग बहाल हो पाया है।
राजस्व सर्वे में नक्सली बंदिश
अबूझमाड़ में राजस्व में नहीं होने की वजह से ग्रामीणों से सरकारी समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी नहीं की जा रही है। जिला प्रशासन के द्वारा सर्वे को लेकर पिछले कई सालों से प्रयास किया जा रहा है। नक्सलियों के पाबंदी के चलते सर्वे का कार्य प्रभावित हो रहा है। जिला प्रशासन के पास संसाधन की भी कमी बनी हुई है। सर्वे के लिए बंदोबस्त कार्यालय खोलने के प्रस्ताव तत्कालीन कलेक्टर पीएस एल्मा के द्वारा शासन को भेजा गया है लेकिन शासन स्तर से पत्र का जवाब नहीं आया है।
दुधमुंहे बच्चों के साथ बैठी महिलाएं
सुबह पांच बजे से ग्रामीण सड़क में बैठे हैं। दस घंटे बाद सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने के बाद जिला प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुँचे। धरना स्थल पर दो घंटे तक लगातार मंथन करने के बाद अधिकारियों के दल के द्वारा ग्रामीणों को समझाया गया कि उनकी मांगों को पूरा करने के लिए जिला प्रशासन गंभीर है। ग्रामीणों के द्वारा छह सूत्रीय मांगो को लेकर ज्ञापन सौंपा गया है। जिसे सरकार तक भेजने की बात अधिकारियों के द्वारा कही गई। इस दौरान आंदोलन का नेतृत्व कर रहे ग्रामीणों के द्वारा तहसीलदार सुनील कुमार सोनपिपरे,मुकेश ठाकुर,एसडीओपी अभिषेक पैकरा से दो घंटे तक अपना दर्द साझा करने के बाद कहा गया कि हम जल्द चले जाएंगे। ग्रामीणों से चर्चा करने के लिए अधिकारियों के साथ टीआई अजय सोनकर,धनोरा थाना प्रभारी महेंद्र पोटाई भी रायनार पहुंचे थे।

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