जनहितकारी योजनाएं स्थानीय जनता के सहयोग से होंगे पूरे : मुख्यमंत्री
रायपुर , 12 सितंबर (आरएनएस)। आज मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मासिक रेडियो वार्ता लोकवाणी की 21वीं कड़ी को तिल्दा विकासखंड के ग्राम केशला के ग्रामीणों ने पंचायत भवन में सुना। मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि नरवा, गरूवा, घुरूवा, बाड़ी को छत्तीसगढ़ की चार चिन्हारी के रूप में बचाने की सोच के साथ, एक नए रास्ते पर चलना शुरू किये थे।लोगों ने अपनी मौलिक सूझबूझ से, उसे इतना व्यापक रूप दे दिया है कि उसमें नए-नए उत्पाद और नए-नए रोजगार के अवसर बनने लगे हैं। गरूवा से गोबर, गोबर से वर्मी कम्पोस्ट, सुपर कम्पोस्ट और फिर सुपर कम्पोस्ट प्लस बनाया जा रहा है।गरूवा और घुरूवा को विकसित करने से नए रास्ते बनते चले गए और गोबर से धन बरसने लगा।गोधन न्याय योजना से अभी तक गोबर बेचने वालों को 100 करोड़ 82 लाख रूपए,महिला स्वसहायता समूह को 21 करोड़ 42 लाख रूपए तथा गौठान समितियों को 32 करोड़ 94 लाख रूपए का भुगतान किया जा चुका है। गोधन न्याय योजना से 1 लाख 77 हजार 437 पशुपालकों को लाभ मिला है, जिसमें भूमिहीनों की संख्या 79 हजार 435 है। वर्मी कम्पोस्ट, सुपर कम्पोस्ट तथा सुपर कम्पोस्ट प्लस का उत्पादन 11 लाख क्विंटल से अधिक हो चुका है और करीब 8 लाख क्विंटल की बिक्री भी की जा चुकी है। यह रूझान बताता है कि छत्तीसगढ़ में जैविक खाद के उपयोग के लिए तेजी से जागरूकता बढ़ रही है।अभी तक 1 हजार 634 गौठान आत्मनिर्भर बन चुके हैं।मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि जिला स्तर पर जनहितकारी योजनाएं, कार्यक्रम और अभियान संचालित करने की खुली छूट दी है, ताकि स्थानीय जनता की सोच, इच्छा और अपेक्षा के अनुरूप काम करने में जिला प्रशासन अधिक सक्षम हो सके। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में किसानों के हित को ध्यान में रखते हुए अब लघु धान्य फसलों का उत्पादन बढ़ाने के साथ इन्हें बेहतर दाम तथा सुविधाएं देने की पहल की गई है। इसके लिए छत्तीसगढ़ मिलेट मिशन की स्थापना की गई है और उत्पादन में वृद्धि तथा प्रसंस्करण के लिए व्यापक कार्ययोजना बनाई जा रही है।