40 मेगावाट का सोलर पावर प्लांट स्थापित करेगा एसईसीएल
कोरबा 14 जुलाई (आरएनएस)। साउथ इस्टर्न कोलफिल्ड्स लिमिटेड एसईसीएल द्वारा 40 मेगावाट का ग्राउंड माउंटेड ग्रीड कनेक्टेड सोलर पावर प्लांट स्थापित किया जा रहा है। पहले चरण में एसईसीएल के भटगांव व विश्रामपुर में संयंत्र लगाया जाएगा, इसके लिए जमीन भी चिंहित कर ली गई है। निर्माण एजेंसी नौ माह में काम पूरा कर कमीशनिंग कर लेगी।
कोल इंडिया की सबसे बड़ी कोयला उत्पादक कंपनी एसईसीएल सौर उर्जा के क्षेत्र में भी उच्च निवेश कर रही है। प्रमुख कोयला उत्पादक कंपनी के इस वृहद सोलर परियोजना में निवेश को बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है। सौर उर्जा संयंत्र के लिए एसईसीएल के भटगांव, बिश्रामपुर क्षेत्र में भूमि भी चिंहित कर ली गई है। एसईसीएल की इस सोलर परियोजना को एक बड़े हरित पहल ग्रीन इनेसिएटिव के रूप में देखा जा रहा है। इस परियोजना के संचालित होने पर एसईसीएल विश्रामपुर एवं भटगांव क्षेत्र की वर्तमान उर्जा खपत का लगभग आधा हिस्सा सौर आधारित हो जाएगा। इस परियोजना का प्रोजेक्ट आइआरआर इंट्रर्नल रेट आफ रिर्टन 22.13 प्रतिशत सौ प्रतिशत इक्विटी रेशियोद्ध है, जिसे आर्थिक रूप से काफी लाभकारी माना जा रहा है। इस सोलर संयंत्र के आने से लगभग 60 हजार टन प्रति वर्ष की दर से कार्बन उत्सर्जन में भी कमी आएगी। कंपनी को संचालन के पहले वर्ष में, वार्षिक आधार पर लगभग 40 करोड़ रूपये की आर्थिक बचत होगी, क्योंकि सोलर ग्रीड से मिलने वाली प्रति यूनिट उर्जा वर्तमान दर से लगभग आधी कीमतों पर मिलेगी। एसईसीएल प्रबंधन की ओर से इस अवसर पर अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक एपी पंडा, मुख्य सतर्कता अधिकारी बीपी शर्मा, निदेशक तकनीकी संचालन एमके प्रसाद, निदेशक वित्त-कार्मिक एसएम चौधरी, निदेशक तकनीकी योजना-परियोजना एसके पाल ने परियोजना को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि इससे निश्चय ही हरित पर्यावरण के हमारे प्रयासों को बल मिलेगा। एसईसीएल आगामी तीन वर्षों में लगभग 142 मेगावाट सोलर उर्जा क्षमता विकसित करने की दिशा में तेजी से काम कर रहा है। संभावना जताई जा रही है कि अगले चरण में जिले में स्थित गेवरा, दीपका व कुसमुंडा में सोलर प्लांट स्थापित किया जाएगा।