रायपुर, 25 जून (आरएनएस)।   राज्यपाल अनुसुईया उइके आज अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय के 10वें स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित वेबीनार में शामिल हुई। उन्होंने इस अवसर पर अपनी हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि विश्वविद्यालय ने स्थापना के पश्चात अनेक उत्कृष्ट कार्य किए हैं तथा उच्च शिक्षा के क्षेत्र में एक विशिष्ट पहचान बनाई है। उन्होंने कहा कि किसी भी विश्वविद्यालय की स्थापना का उद्देश्य उच्च शिक्षा के मानदण्डों को बनाए रखने के साथ-साथ समाज में शिक्षा का प्रचार-प्रसार करना होता है। इसके लिए विश्वविद्यालय में उत्कृष्ट शैक्षणिक वातावरण बनाए रखें तथा शोध को अधिक से अधिक बढ़ावा दें। इस अवसर पर उन्होंने विश्वविद्यालय की त्रैमासिक शोध पत्रिका कन्हार का विमोचन किया तथा संशोधित प्रतीक चिन्ह एवं संशोधित कुल गीत का भी लोकार्पण किया। साथ ही विश्वविद्यालय का कम्प्यूटर साइंस विभाग सूचना प्रौद्योगिकी की नवीन तकनीक एवं भविष्य की संभावनाएं विषय पर राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर के प्रमुख विषय-विशेषज्ञों की सेवा लेते हुए एक अंतर्राष्ट्रीय वेबिनार के आयोजन का शुभारंभ किया। राज्यपाल ने विश्वविद्यालय को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा 12वीं स्टेट्स प्राप्त होने पर अपनी शुभकामनाएं देते हुए कहा कि विश्वविद्यालय को 12 (बी) मिलने के पश्चात केन्द्र सरकार में विभिन्न कार्यों हेतु अनुदान प्राप्त हो सकेगा, जिससे विश्वविद्यालय का विकास होगा। उन्होंने कहा कि किसी भी राज्य विश्वविद्यालय को अपने संपूर्ण स्वरूप में आने में कई दशक लग जाते हैं, लेकिन जिस तरह विश्वविद्यालय ने इन दस वर्षों में अनेक उल्लेखनीय कार्य किये हैं, उससे मुझे पूरा विश्वास है कि विश्वविद्यालय जल्द ही एक संपूर्ण आकार लेते हुए राज्य ही नहीं वरन् देश-विदेशों में भी एक विशिष्ट पहचान बनायेगा। राज्यपाल ने उच्च शिक्षा मंत्री श्री उमेश पटेल की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने पृथक रायगढ़ विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए विशेष प्रयास किए। उनके अथक प्रयास से पृथक विश्वविद्यालय स्थापित हो पाया।राज्यपाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ की विश्वविद्यालय रूसा तथा विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के विभिन्न योजनाओं के तहत फंड प्राप्त करने में पीछे रह जा रहे हैं, हमें इसके लिए प्रयास करना होगा। इसके लिए हर विश्वविद्यालय को एक नोडल एजेंसी बनाकर कार्य करना होगा।