लॉकडाउन के कारण सब्जी उत्पादकों को बिक्री में हो रहा घाटा

 

रामानुजगंज, 26 अप्रैल (आरएनएस)। रामानुजगंज लॉक डाउन का बड़ा खामियाजा क्षेत्र के सब्जी उत्पादक किसानों को उठाना पढ़ रहा है जो टमाटर खीरा 10 से 15 किलो होना चाहिए वह एक से ?2 किलो बेचने को किसान मजबूर हैं स्थिति ऐसी निर्मित हो गई है कि कोई लेने वाला भी नहीं है यहां तक कि किसान टमाटर खीरा अपने खेत में ही सडऩे को छोड़ दे रहे हैं जिससे किसानों को एक अनुमान के मुताबिक 10 करोड़ से अधिक का नुकसान उठाना पड़ेगा। किसानों को अपने उत्पादन का उचित मूल्य नहीं मिलने से किसान हतोत्साहित एवं चिंतित हैं। गौरतलब है कि क्षेत्र में बड़ी संख्या में किसान टमाटर खीरा का उत्पादन करते आ रहे हैं वही यहां का टमाटर खीरा उत्तर प्रदेश झारखंड बिहार के विभिन्न शहरों तक जाता रहा है जिससे यहां के किसानों को अपने उपज का पर्याप्त मूल्य मिलता था परंतु लॉकडाउन होने के कारण खीरा एवं टमाटर बाहर नहीं जा पाया जिस कारण जो खीरा टमाटर का थोक मूल्य 10 से ?15 किलो होना चाहिए था वह एक से दो रुपए किलो रह गया है जिससे किसानों का लागत मूल्य भी निकलना मुश्किल हो रहा है किसान बहुत चिंतित है कि ऐसे अब अपने उपज को बेचे कई किसान मूल्य नहीं मिलने से इतने हतोत्साहित हो गए हैं कि खीरा टमाटर खेत में ही सडऩे ने को छोड़ दे रहे हैं। पिछले वर्ष भी हुई थी ऐसी स्थिति, रकबा हुआ आधा-किसान पहले सब्जी बहुत उत्साह से लगाते थे जिससे उन्हें पर्याप्त मूल्य भी मिल जाता था परंतु बीते वर्ष भी लॉकडाउन के कारण किसानों को अपनी फसल का मूल्य नहीं मिल पाया वहीं इस बार भी लाख डाउन लग जाने के कारण किसानों की स्थिति दयनीय हो ही गई है यहां तक कि पिछले वर्ष लागत मूल्य भी नहीं मिलने के कारण इस वर्ष सब्जी उत्पादन के लिए रकबा आधा से भी कम हो गया है। यदि यही स्थिति रही तो आने वाले समय में किसान सब्जी और कम रकबा में लगाएंगे।

 

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