रायपुर, 28 जनवरी (आरएनएस)।
राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके से राजभवन में डॉ. अनंत बिरादर के नेतृत्व में प्रतिनिधिमण्डल ने सौजन्य मुलाकात की। डॉ. अनंत बिरादर इंटरनेशनल नेचुरोपैथी ऑर्गेनाइजेशन (आईएनओ) छत्तीसगढ़ के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। राज्यपाल ने कहा कि आईएनओ के अध्यक्ष ने जो संदेश दिया है, वह सराहनीय है। मेरा प्रकृति के प्रति प्रेम रहा है और मैंने अपने गृहनगर छिंदवाड़ा में एक छोटा सा उद्यान तैयार किया है, जिसमें जब मुझे अवसर मिले मैं अपना कुछ समय गुजारती हूं। राजभवन में भी अपने दिनचर्या का कुछ समय उद्यान में गुजारने का प्रयास करती हूं। वहां जो सुकून मिलता है, और कहीं नहीं मिलता। नेचुरोपैथी में निरोगी रहने के लिए प्रयास किया जाता है, जो नेचुरोपैथी का उपयोग करता है वह निरोगी रहता है। जबकि अन्य पद्धति में बीमार होने के बाद इलाज किया जाता है। कोरोनाकाल ने हमें सीखा दिया है कि प्रकृति से प्रेम करें और प्रकृति के अनुकूल व्यवहार करें। नैचुरोपैथी हमें यही सीख देती है। भविष्य में नैचुरोपैथी का एक सेमीनार राजभवन में आयोजित किया जाएगा। मैं चाहती हूं कि आयुर्वेद और नैचुरोपैथी को बढ़ावा मिले। इंटरनेशनल नेचुरोपैथी ऑर्गेनाइजेशन द्वारा आयोजित ऑनलाईन प्रतियोगिता में छत्तीसगढ़ के विजेता बच्चों को पुरस्कार वितरित किया गया। राज्यपाल ने दुर्ग, रायगढ़, जांजगीर-चांपा के पुरस्कार प्राप्त बच्चों को शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर आईएनओ के अध्यक्ष ने संस्था की गतिविधियों की जानकारी दी।