बेड़े में शामिल हुई स्वेदशी पनडुब्बी आईएनएस कवरत्ती
0-भारतीय नौसेना की बढ़ी ताकत
नईदिल्ली,22 अक्टूबर (आरएनएस)। भारतीय नौसेना के लिए आज ऐतिहासिक दिन है। इंडियन नेवी के बेड़े में गुरुवार को आईएनएस कावारत्ती शामिल हो गई है। भारतीय सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे ने गुरुवार को विशाखापत्तनम में भारतीय नौसेना को पनडुब्बी रोधी प्रणाली से लैस स्वदेशी आईएनएस कावारत्ती सौंपी। बता दें कि यह प्रोजेक्ट-28 के तहत स्वदेश में निर्मित चार पनडुब्बी निरोधी जंगी स्टील्थ पोत में से आखिरी जहाज है। तीन युद्धपोत इससे पहले ही भारतीय नौसेना को सौंपे जा चुके हैं। बताते चलें कि इस मेड इन इंडिया जंगी जहाज की सबसे बड़ी खासियत है कि यह रडार की पकड़ में नहीं आता।
गौर हो कि यह युद्धपोत को आत्मनिर्भर भारत की दिशा एक अहम कदम माना जा रहा है। युद्धपोत को भारतीय नौसेना के संगठन डायरेक्टॉरेट ऑफ नेवल डीजाइन (डीएनडी) ने डिजाइन किया है। इसे कोलकाता के गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स ने बनाया है। इसका 90त्न हिस्सा स्वदेश निर्मित हैं और नई तकनीक की मदद से इसकी देखरेख की जरूरत भी कम होगी।
रिपोर्ट के मुताबिक, आईएनएस कवरत्ती का नाम युद्धपोत आईएनएस कवरत्ती के नाम पर पड़ा। इस युद्धपोत ने 1971 में पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध और बांग्लादेश को मुक्ति दिलाने वाले अभियानों में अहम भूमिका निभाई थी।
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