तरक्की बंदूक से नहीं विकास कार्यों से होगी: डॉ. रमन सिंह
रायपुर, 14 मई (आरएनएस)। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के नेतृत्व में प्रदेश व्यापी विकास यात्रा के आज नक्सल प्रभावित जिला मुख्यालय नारायणपुर पहुंचने पर जनता ने बड़े उत्साह से उनका स्वागत किया। उन्होंने नक्सलियों से हिंसा छोडऩे का आव्हान करते हुए कहा कि अंचल की तरक्की बंदूकों से नहीं विकास के कार्यों से होगी। डॉ. सिंह ने कहा कि नक्सलवाद विकास में बाधक है। नक्सल गतिविधियों के कारण यहां शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं के विकास में रूकावट आयी है। नारायणपुर में आयोजित आम सभा में ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री को तीरधनुष भेंट कर और पगड़ी पहनाकर उनका आदिवासी परम्परा के अनुसार आत्मीय स्वागत किया। डॉ. सिंह ने इस अवसर पर नारायणपुर जिले के विकास के लिए लगभग 223 करोड़ 34 लाख रूपए की लागत के 77 विभिन्न निर्माण और विकास कार्यों का भूमि पूजन और शिलान्यास किया। इन कार्यों में से मुख्यमंत्री ने 47 करोड़ 32 लाख रूपए की लागत के 18 निर्माण कार्यों का लोकार्पण और लगभग 176 करोड़ के 59 कार्यों का भूमि पूजन और शिलान्यास किया। इस अवसर पर उच्च शिक्षा मंत्री प्रेमप्रकाश पाण्डेय और आदिम जाति कल्याण मंत्री केदार कश्यप सहित अनेक जनप्रतिनिधि और ग्रामीण बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने जनप्रतिनिधि और ग्रामीणों के आग्रह पर नारायणपुर में अम्बेडकर पार्क के लिए 50 लाख की स्वीकृति, नारायणपुर जिला मुख्यालय के मुख्य सड़क मार्ग (3 किलोमीटर) चौड़ीकरण और राजधानी रायपुर से ओरछा(अबूझमाड़) तक बस चलाने की अनुमति प्रदान करने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने नारायणपुर में जिला एवं सत्र न्यायालय शीघ्र शुरू करने का आश्वासन भी दिया। इसके लिए राज्य शासन द्वारा उचित पहल की जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि ओरछा में पटवारियों के रिक्त 18 पद शीघ्र भरे जाएंगे। उन्होंने अबूझमाड़ के दूरस्थ पांच गांव कोडोली, जिवलापदर, नेडऩार, ताड़ोनार और आकाबेड़ा में बसे 169 अबूझमाडिय़ा परिवारों को भू-स्वामी अधिकार पत्र सौंपे। डॉ. सिंह ने 870 अबूझमाडिय़ा परिवारों को रेडियो भी वितरित किए।