भाजपा में आंतरिक लोकतंत्र की जानकारी आडवाणी, जोशी और सिन्हा से लें: कांग्रेस

नई दिल्ली,25 जून (आरएनएस)। कांग्रेस ने गृह मंत्री अमित शाह के हमले पर पलटवार करते हुए कहा कि अपने दिग्गज नेताओं को जबरन सन्यास दिलवाने और अपमानित करने वाले लोग विपक्षी पार्टी पर सवाल कर रहे हैं तथा भाजपा में आंतरिक लोकतंत्र के बारे में लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी और यशवंत सिन्हा जैसे नेताओं से पूछा जाना चाहिए।
पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कांग्रेस पर हमले वाले शाह के ट्वीट को रिट्वीट करते हुए कहा कि ये बातें वो लोग कर रहे हैं जिन्होंने अपनी पार्टी के उन दिग्गजों के पद हथिया लिए और उन्हें जबरन सन्यास दिलवा दिया और अपमानित किया जिन्होंने इनको (राजनीति में) बनाया। उन्होंने आडवाणी, जोशी, केशुभाई पटेल, संजय जोशी और कई वरिष्ठ भाजपा नेताओं के नामों का उल्लेख करते हुए कहा कि यह सूची लंबी है। शाह के बयान के बारे में पूछे जाने पर कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने संवाददाताओं से कहा कि भाजपा में आतंरिक लोकतंत्र के बारे में आडवाणी, जोशी, अरुण शौरी और यशवंत सिन्हा से पूछना चाहिए। इससे ज्यादा मैं कुछ नहीं कह सकता। आपतकाल के संदर्भ में शाह की टिप्पणी पर खेड़ा ने कहा कि इतिहास की बात कर रहे लोगों ने आज देश की संस्थाओं को इतना कमजोर कर दिया है जो पहले कभी नहीं हुआ था। गौरतलब है कि शाह ने बृहस्पतिवार कांग्रेस पर करारा हमला बोला और आरोप लगाया कि एक परिवार के हित दलीय व राष्ट्रीय हितों पर हावी हो गए हैं। उन्होंने साथ ही सवाल किया कि आपातकाल की मानसिकता क्यों आज भी कांग्रेस में विद्यमान है। आपातकाल के 45 साल पूरे होने पर शाह ने एक के बाद एक सिलसिलेवार ट्वीट किए और दावा किया कि कांग्रेस के नेता अब अपनी ही पार्टी में घुटन महसूस कर रहे हैं। उनके मुताबिक जनता सेविपक्षी पार्टी की दूरी बढ़ती जा रही है।
अच्छे संबंध के बावजूद सीमाएं असुरक्षित क्यों: कांग्रेस
नयी दिल्ली। कांग्रेस ने भाजपा और चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के बीच अच्छे संबंध होने का दावा करते हुए बृहस्पतिवार को सवाल किया कि इस स्थिति के बावजूद आज हमारी सीमाएं असुरक्षित क्यों हैं। पार्टी प्रवक्ता पवन खेड़ा ने यह आरोप भी लगाया कि चीन इन दिनों विश्व समुदाय में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हालिया बयान का इस्तेमाल अपने पक्ष में कर रहा है। खेड़ा ने वीडियो लिंक के माध्यम से संवाददाताओं से कहा कि जब राजनाथ सिंह जी भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष थे तब चीन की कम्युनिस्ट पार्टी का प्रतिनिधि मंडल 30 जनवरी 2007 को उनसे मिलने आया और वक्तव्य में भाजपा द्वारा यह कहा गया कि उसके और चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के बीच ऐतिहासिक संबंध हैं। उनके मुताबिक 17 अक्टूबर 2008 को चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के पोलित ब्यूरो के महत्वपूर्ण सदस्य राजनाथ सिंह से मिले और फिर से यह दोहराया गया कि चीन की कम्युनिस्ट पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के संबधों को सुदृढ़ किया जाना चाहिए।
००

 

Add a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Translate »